अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला शक्ति का सम्मान
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला शक्ति का सम्मान
–बाल विवाह की लड़ाई जीतकर उभरी बिहार की बेबी कुमारी ने संभाला
–कनाडा की उच्चायोग का प्रभारअंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कनाडा उच्चायोग की अमांडा स्ट्रोहन ने एक दिन के लिए बेबी का किया सम्मान
– स्कूल में आयोजित जागरूकता सत्र मे बेबी ने छात्रों से की अपनी जीवन यात्रा साझा
रिपोर्टर योगेश गुरूग्राम India Now24
गुरुग्राम: अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कनाडा के उच्चायोग और योजना अंतर्राष्ट्रीय के सहयोग से जागरूकता सत्र आयोजित किया | इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अमांडा स्ट्रोहन, मिनिस्टर काउंसेलर एंड काउंसीलजेनरल, कनाडा उच्चायोग व बिहार की बहादुर बेटी बेबी कुमारी मौजूद रही | इस मौके पर बाल विवाह को लेकर अपने परिवार और समाज मे संघर्ष करने वाली बेबी कुमारी को उनकी बहादुरी और उपलब्धियों के लिए स्ट्रोहन द्वारा एक दिन के लिए कनाडा के उच्चायुक्त का पदभार देकर सम्मानित किया गया| वही स्कूल की प्रधानाचार्या रूपा चक्रवर्ती ने भी उनका सम्मान किया | बेबी की तरह 17 अन्य लड़कियों को भी उनकी बहादुरी के लिए आज विभिन्न देशों का एक दिन के लिए राजदूत चुना गया था कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के विभिन्न क्षेत्रों मे फैली कुरीतियों आदि पर विजय हासिल करने वाली लड़कियों का सम्मान कर बच्चों को जागरूक करना था |
इस मौके पर बेबी कुमारी ने कहा “मुझे सनसिटी स्कूल मे छात्र एवं छात्राओं के समक्ष अपनी जीवन यात्रा को साझा करने का अवसर प्रदान किया | इससे उन बच्चों को जीवन मे बुराइयों से लड़ने की हिम्मत मिलेगी| ”लिंग समानता के महत्व पर जोर देते हुये स्कूल की प्रधानाचार्या रूपा चक्रवर्ती ने कहा “इसके प्रति प्रत्येक स्कूलों में संवेदनशीलता का निर्माण करना चाहिए | अभी तक ये देखा गया है की भ्रूण हत्या, बलात्कार, घरेलू हिंसा के पीछे पुरुष प्रधान विचारधारा रहती है जिसे अस्वीकार किया जाना चाहिए| ”
सनसिटी स्कूल की शारीरिक रूप से अशक्त होने के बावजूद सीबीएसई में टाप करने वाली व पीएम मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम मे सराही गई अनुष्का पांडा ने इस मौके पर स्वलिखित ‘द स्टोरी ऑफ ठीटा’ नामक कविता सुनाई, जिसमे उन्होने अपनी यात्रा, उपलब्धियों के साथ के बारे मे बताया|
अनुष्का ने कहा कि “बहुत से लोग कुछ महान करने की लिए प्रयासरत है, क्यूंकीवह ग्रामीण पृष्ठभूमि है इसलिए उन्हे खासा संघर्ष करना पड़ रहा है | वह खुद मानती है की बेबी से काफी प्रेरित हु और उन्होने उनसे बहुत कुछ सीखा है| “
स्ट्रोहन, मिनिस्टर काउंसेलर एंड काउंसेल जेनरल, कनाडा उच्चायोग ने कहा कि “अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सनसिटी स्कूल की ओर से इस तरह के आयोजन को लेकर मै बेहद खुश हूँ| छात्राओं को प्रभावित करने वाले मुद्दे पर छात्रों की ही ओर से समर्पण और उत्साह को देखने के लिए मै लालायित हूँ | दुनिया भर में महिलाओऔर युवतियों को बहुत-सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, क्यूंकी खुद महिला होने के नाते मै इसे भलीभाति जानती हूँ इसलिए महिला सशक्तिकरण की अत्यंत आवश्यकता है | यह सही सोच नहीं है लेकिन यह सोचने और करने के लिए अच्छी बात है| इस मौके पर सभागार मे मौजूद करीब 600 से अधिक छात्रों ने इन विचारों को सुना व इसके लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया