3 घंटे में कटा विपक्षी नेताओं का रिटर्न टिकट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत 12 विपक्षी नेताओं का दल दिल्ली से श्रीनगर पहुंचा. तीन घंटे में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने नेताओं का रिटर्न टिकट काटकर उनको वापस दिल्ली भेज दिया.
मामले ने तूल तब पकड़ा जब नेता फ्लाइट से उतरे. मीडिया कैमरों की भारी मौजूदगी देख प्रशासन तिलमिला गया और जबरन मीडिया के साथ बदसलूकी करने लगा. मीडिया को किसी अधिकारी ने ना तो कोई जानकारी दी ना ये बताया कि क्यों उनके साथ खींचा तानी हो रही है.
पत्रकारों को धक्के मार-मार के पुलिसकर्मी एयरपोर्ट से बाहर खदेड़ने लगे. इसी धक्का मुक्की में एंट्री गेट का दरवाज़ा भी टूट गया. वहीं, राहुल गांधी समेत गुलाम नबी आजाद, दिनेश त्रिवेदी, सीताराम येचुरी, डी राजा, शरद यादव, उपेन्द्र रेड्डी, मनोज झा, आनन्द शर्मा और केसी वेणुगोपाल समेत बाकी नेताओं को प्रशासन वीआईपी लाउंज ले गई.
बाहर नेताओं को लेने के लिए गाड़ियों का काफिला खड़ा था पर उनको निकासी गेट से निकलने नहीं दिया गया. तीन घंटे के भीतर नेताओं को वापस गो एयर की फ्लाइट से वापस भेज दिया गया.
यह पहली बार नहीं है जब विपक्षी नेताओं को श्रीनगर के एयरपोर्ट से वापस दिल्ली भेजा गया है. इससे पहले भी गुलाम नबी आजाद जम्मू से वापस भेजे गए हैं.
दिल्ली से निकलने से पहले ही नेताओं को मालूम था कि उनकी यात्रा श्रीनगर एयरपोर्ट से आगे नहीं बढ़ पाएगी मगर सरकार को घेरने की कवायद में रणनीति के तहत नेता एक साथ हवाई यात्रा कर श्रीनगर पहुंचे.
इससे पहले राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि वह खुद आकर देखें कश्मीर में हालात सामान्य हैं और उनके लिए वह अपना प्लेन भी भेजेंगे. राहुल गांधी ने गवर्नर के सेल्फ गोल को भुनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और उनके न्योते को लेकर सोशल मीडिया में वाक युद्ध छिड़ गया था.