नगर पंचायत नवाबगंज में प्रधानमन्त्री आवास योजना सहरी चढ़ रही भ्रष्टाचार की भेंट
प्रधानमन्त्री आवास योजना का मकसद गरीबो को अपना घर दिलाने का था ताकि कोई भी बिना घर के न रहे सभी के पास अपना घर अपनी छत हो भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का जो सपना था कि हर गरीब के पास अपना घर हो इसी सोच के साथ इस योजना की सुरुआत की गई थी पर सरकार के ही मातहतों ने इस योजना को भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है ताजा मामला उन्नाव की नगर पंचायत नवाबगंज का है जहाँ के वार्ड नम्बर पांच के सभासद पति विनय वर्मा ने लाभार्थियों से प्रधानमन्त्री आवास दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी कर ली पैसे देने से मना करने पर लाभार्थी से जमकर मारपीट की जिसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक,जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमन्त्री तक को की गई पर अब तक कोई कार्यवाही नही की गई जिसके चलते लाभार्थियों में काफी ज्यादा आक्रोश हैलोगो का साफ कहना है कि सभासद के द्वारा अवैध रूप से रुपयों की मांग की जाती है ना देने पर उनकी किस्तें रुकवा दी जाती है।लोगो ने बताया कि दो किस्तो में बीस हजार रुपये देने के बाद भी सभासद और रुपयों की मांग कर रहा है जिसके कारण आखिरी क़िस्त नही आ रही है अब गरीब इनको रुपये दे या घर बनवाये और जिन लोगो के मकान पहले से दो दो मंजिल के बने है उन्हें भी आवास इस शर्त पर दिए गए है कि उन्हें आधे रुपये वापस करने होंगे और इन लोगो के पैसे भी जल्दी आ जाते है।क्योंकि ये लोग रुपये वापस दे देते है जबकि जिनके घरों में रहने को छत तक नही है उन्हें अब तक आवास नही दिए गए है ऐसे लोग छप्पर के नीचे रहने को मजबूर है क्योंकि यह गरीब लोग पहले पैसे देने में सच्छ्म नही है।क्या ऐसे ही होगा गरीबो को घर देने का सपना पूरा अब देखना यह होगा कि भ्रस्टाचार को मिटाने का दावा करने वाली सरकार गरीबो को लूटने वाले सभासद पर क्या कार्यवाही करती है या ये लूट का सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा।