कानपुर के गुजैनी हाईवे पर अब नहीं बहेगा खून,गणतंत्र दिवस तक तैयार होगा फुट ओवरब्रिज
कानपुर के गुजैनी हाईवे पर अब नहीं बहेगा खून,गणतंत्र दिवस तक तैयार होगा फुट ओवरब्रिज

भौंती से चकेरी फ्लाईओवर के बीच की दूरी में गुजैनी हाइवे सबसे बड़ा एक्सीडेंट प्वाइंट है. इस प्वाइंट पर सड़क पार करते समय न जाने कितने लोग अपनी जान गवां चुके हैं. इसमें बड़ी संख्या में बच्चों की भी जान चुकी है. पूर्व पार्षद मनीष शर्मा का कहना है कि इसको लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा था. वर्ष 2014 से गुजैनी हाइवे पर फुटओवर ब्रिज की मांग को लेकर संघर्ष शुरू किया गया था. करीब पांच करोड़ की लागत से तैयार होगा फुट ओवरब्रिज.गुजैनी हाइवे पर बनने वाला फुट ओवर ब्रिज करीब पांच करोड़ की लागत से तैयार होगा. इसके बनने से करीब ढाई लाख की आबादी को फायदा होगा. फुट ओवरब्रिज के निर्माण से दबौली, गुजैनी, तात्याटोपेनगर, रतनलालनगर अंबेडकरनगर, बर्रा, बर्रा विश्वबैंक, मर्दनपुर, रविदासपुरम, गुजैनी गांव, गोपालपुर समेत अन्य मोहल्लों और गांवों की कई वर्ष पुरानी समस्या का निस्तारण हो जाएगा.दोपहर में आयी क्रेन तो दौड़ पड़ी मुस्कानगुजैनी हाइवे पर फुट ओवरब्रिज बनाने के लिए लंबे चले संघर्ष के बाद शनिवार दोपहर को जब यहां पर नेशनल हाइवे अथॉरिटी की क्रेन और निर्माण सामग्री आना शुरू हुई तो लोगों की आंखों में चमक आ गई. फुट ओवरब्रिज के लिए , एनएचएआई अफसरों का घेराव कर लड़ाई लड़ने वाले पूर्व पार्षद मनीष शर्मा को भी मौके पर बुलाया गया. उन्होंने बताया कि शुरूआत में यहां पर अंडरपास मांगा गया था, जो बाद में कैंसिल हो गया. इसके बाद लंबी लड़ाई लड़कर फुट ओवरब्रिज पास कराया गया था. एनएचएआई टीम ने की मैपिंग, गणतंत्र दिवस तक खत्म होगा काम.एनएचएआई की टीम ने मैंपिग समेत अन्य कार्य किये. हाइवे पर किस स्थान पर फुट ओवरब्रिज के खंभे लगाए जाएंगे, इसके लिए भी निशान लगाए गए. पूर्व पार्षद ने बताया कि फुट ओवरब्रिज के लिए गाडर पहले ही लगाए जा चुके हैं. हाइवे के आसपास अवरोधों को हटाना भी शुरू हो गया है, उन्होंने बताया कि गणतंत्र दिवस तक फुट ओवरब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद गुजैनी हाइवे को पार करने के लिए लोगों को अपना खून नहीं बहाना पड़ेगा.



