काले कोट की आड़ में चला रहा था लुटेरों का गैंग, पूर्वांचल में बनाना चाहता था दबदबा
काले कोट की आड़ में चला रहा था लुटेरों का गैंग, पूर्वांचल में बनाना चाहता था दबदबा

आजमगढ़. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले (Azamgarh District)के देवगांव कोतवाली क्षेत्र (Devgaon Kotwali Area) के चकमुजनी गांव निवासी अच्छेलाल चौहान से 28 मई की शाम हुई दो लाख रुपये की लूट का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए लूट में शामिल दो बदमशों को गिरफ्तार कर लिया है. बदमशों से हुई पूछताछ के दौरान एक वकील का चेहरा भी बेनकाब हो गया, जो काले कोट की आड़ में काफी दिनों से लूटेरों का गैंग चला रहा था. वकील की करतूत पर आज तक किसी को शक नहीं हुआ जिसके वजह से वो आसानी से घटनाओं को अंजाम दिलवा रहा था. फिलहाल पुलिस ने पर्याप्त सबूत मिलने के बाद वकील राजेंद्र प्रसाद यादव (Advocate Rajendra Prasad Yadav)सहित अन्य की भी तलाश में जुटी हुई है. यही नहीं, गिरफ्तार बदमशों के पास लूट के 25 हजार नगदी और असलहा आदि बरामद हुआ.पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह के मुताबिक गिरफ्तार बदमाशों में संजय यादव (जौनपुर जिले के केराकत कोतवाली क्षेत्र के मुर्तजापुर गांव) और दूसरा महेश यादव (जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर थाने के देवाकलपुर गांव) का निवासी है. एसपी ने बताया की देवगांव कोतवाली के करियागोपालपुर गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद यादव पेशे से अधिवक्ता है. वह जिला मुख्यालय पर रहता है. उसका प्रमुख काम बैंक में घूमकर यह देखता है कि कौन ज्यादा रुपये निकालता है. इसके बाद गुर्गों के जरिए लूट की घटना को अंजाम दिलवाता है. अब तक कई घटनाओं को अंजाम दिलवा चुका है. साल 2009 को सिधारी मुहल्ले में एनकाउंटर में ढेर हुए जौनपुर के बदमाश जेपी यादव, रामधनी यादव सहित अन्य को संरक्षण देकर अपराध कराता था. इनके मारे जाने के बाद अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद यादव ने जौनपुर के गौराबादशाहपुर थाने के अमरा अराजी देवली निवासी राजेश यादव, केराकत कोतवाली के बम्बावनपुर गांव निवासी सुभाष यादव, देवगांव कस्बा निवासी आफताब अहमद उर्फ राहुल, गिरफ्तार संजय यादव और महेश यादव का गैंग खड़ा कर दिया. एसपी ने बताया कि इसी वकील के इशारे पर साल 2014 में यूबीआई के शाखा प्रबंधक को बरदह थाने के दुलारगंज बाजार से पहले गोली मारकर पांच लाख रुपये लूट चुका है. राजनीतिक संरक्षण और दबाव के चलते संजय यादव और महेश की गिरफ्तारी नहीं हो सकी और यह दोनों मुंबई भाग गये थे