बहुत जुदा था पचास साठ के दशक के अभनेता देवानंद का किरदार
बहुत जुदा था पचास साठ के दशक के अभनेता देवानंद का किरदार

50-60 के दशक के दिग्गज अभिनेताओं में से एक देव आनंद का बोलने का अंदाज सबसे निराला था। उस समय देव साहब इंडस्ट्री के सबसे हैंडसम अभिनेताओं में थे जिनके लिए अभिनेत्रियां भी उनकी दीवानी थीं। देव साहब को चाहने वाली अदाकाराओं की लिस्ट काफी लंबी है। वहीं, अदाकारा जाहिदा हुसैन भी देव साहब को पसंद करती थीं। जाहिदा के पिता अख्तर हुसैन नरगिस के भाई थे। इस तरह देखा जाए तो वो संजय दत्त की कजिन बहन लगती हैं। नरगिस की मां जद्दनबाई ने तीन शादियां की थीं। जद्दनबाई ने पहली शादी नरोत्तम दास खत्री से की थी जिन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर अपना नाम बच्ची बाबू रखा था।50-60 के दशक के दिग्गज अभिनेताओं में से एक देव आनंद का बोलने का अंदाज सबसे निराला था। उस समय देव साहब इंडस्ट्री के सबसे हैंडसम अभिनेताओं में थे जिनके लिए अभिनेत्रियां भी उनकी दीवानी थीं। देव साहब को चाहने वाली अदाकाराओं की लिस्ट काफी लंबी है। वहीं, अदाकारा जाहिदा हुसैन भी देव साहब को पसंद करती थीं। जाहिदा के पिता अख्तर हुसैन नरगिस के भाई थे। इस तरह देखा जाए तो वो संजय दत्त की कजिन बहन लगती हैं। नरगिस की मां जद्दनबाई ने तीन शादियां की थीं। जद्दनबाई ने पहली शादी नरोत्तम दास खत्री से की थी जिन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर अपना नाम बच्ची बाबू रखा था।50-60 के दशक के दिग्गज अभिनेताओं में से एक देव आनंद का बोलने का अंदाज सबसे निराला था। उस समय देव साहब इंडस्ट्री के सबसे हैंडसम अभिनेताओं में थे जिनके लिए अभिनेत्रियां भी उनकी दीवानी थीं। देव साहब को चाहने वाली अदाकाराओं की लिस्ट काफी लंबी है। वहीं, अदाकारा जाहिदा हुसैन भी देव साहब को पसंद करती थीं। जाहिदा के पिता अख्तर हुसैन नरगिस के भाई थे। इस तरह देखा जाए तो वो संजय दत्त की कजिन बहन लगती हैं। नरगिस की मां जद्दनबाई ने तीन शादियां की थीं। जद्दनबाई ने पहली शादी नरोत्तम दास खत्री से की थी जिन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर अपना नाम बच्ची बाबू रखा था।