सुनिए उन ग्रामीणों की जुबानी क्या है विकास की कहानी
सुनिए उन ग्रामीणों की जुबानी क्या है विकास की कहानी

देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ गांव गांव विकास करवाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर जिम्मेदार अधिकारियों को कड़े निर्देश दे रहे हैं। लेकिन सरकार की नजरों में विकास कार्य खूब हो रहा है मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। गांव के ग्रामीण कहतें हैं कि सरकार गांव में विकास करवाने के लिए खूब पैसा खर्च कर रही है मगर पैसा सिर्फ कागजों पर खर्च हो रहा है जिम्मेदार अधिकारी व ग्राम प्रधान ने मिलकर विकास कार्य के नाम पर पैसे का बन्दर बांट कर लिया है। यूपी के जनपद कानपुर देहात में भारत एटूजेड न्यूज के संवाददाता ने एक गांव में पहुंच कर देखा कि पांच वर्षों में कितना कराया गया विकास और पंचायत चुनाव में जनता का क्या कुछ कहना है।
डेरापुर ब्लॉक क्षेत्र के सबदलपुर गांव अभी भी बदहाली के आंशू बहा रहा है जबकि सरकार द्वारा गांव का विकास कराने के लिए करोड़ों रुपये भी खर्च हो रहा है मगर तस्वीरें आपके सामने हैं ये बताने के लिए कि पैसा सिर्फ कागजों पर जमकर खर्च हुआ है जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता साफ देखने को मिल रही है जहां गांव के ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों व ग्राम प्रधान ने विकास करवाने के नाम पर जनता को जमकर गुमराह किया है इतना ही नहीं सरकार की योजनाओं पर अधिकारियों व ग्राम प्रधान ने जमकर पलीता लगाया हैदेश से अभी कोरोना गया नहीं है फिर भी बड़ी लापरवाही जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा की जा रही है इस कोरोना काल में गांव सबदलपुर अभी भी बदहाली के आंशू बहा रहा है जबकि पूरे पांच वर्ष बीत चुके हैं लेकिन विकास सिर्फ कागजों का हुआ है इतना ही नहीं बल्कि गांव के ग्रामीण रज्जन बाबू व अब्बू कहतें हैं कि ग्राम प्रधान ने अपने चहेतों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाया है बहरहाल ग्रामीणों की बात सुनकर व तस्वीरे देखकर अंदाजा लगाईये कि विकास सिस्टम की भेंट चढ़ गया… आज भी सबदलपुर गांव बदहाली के आंशू बहा रहा है देखने वाली बात है कि जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्यवाही करतें है या फिर सरकार की योजानायें सिस्टम की भेंट चढ़तीं रहेगीं।