
बीएचयू के विज्ञानियों ने बनाई नमी सोख लेने वाली जेली
ज्यादा समय नहीं गुजरा जब कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने हमें
अपने दफ्तरों और घरों का एयरकंडीशनर (एसी) बंद करने पर मजबूर कर दिया था।
ऐसे समय में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के विज्ञानियों को एक ऐसी जेली
(इलेक्ट्रोलाइट) बनाने में सफलता मिली है जो बिजली की बेहद कम खपत में न
सिर्फ भीषण गर्मी और उमस से निजात दिलाएगी बल्कि कमरे में आक्सीजन की
आपूर्ति भी बढ़ा देगी।
भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन कार्यरत टेक्नोलाजी
इंफारमेशन फारकास्टिंग एंड एसेसमेंट काउंसिल ने बीती 22 जुलाई को इसके पेटेंट को मंजूरी दी है
पर्यावरण के लिए नुकसानदेह और अत्यधिक बिजली खर्च करने वाले एसी पर निर्भरता कम करने
के साथ ही शुद्ध आक्सीजन सुनिश्चित कराने की राह तो दिखाई ही है।




