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महिला SI को गो-तस्करों ने कुचलकर मार डाला:भाई बोला-बहन ने थाना प्रभारी से कई बार कहा था-नाइट शिफ्ट न दें, पर उसकी नहीं सुनी

मेरी बहन एसआई संध्या टोपनो ने कई बार तुपुदाना थाना प्रभारी से निवेदन किया था कि उसे नाइट शिफ्ट में न लगाएं। वह लड़की है, रात में ड्यूटी करने में उसे परेशानी का सामना करना पड़ता है। बावजूद थाना प्रभारी कन्हैया सिंह उसे रात की ड्यूटी में लगाते थे। ये बातें एसआई संध्या टोपनो के भाई अजीत टोपनो ने कही।

वैन रुकवाने पर नहीं रुकी

एसआई संध्या मंगलवार की रात 2 बजे गश्त पर निकली थीं। उन्हें सूचना मिली थी कि गो तस्कर पिकअप वैन से निकलने वाले हैं। सिपाहियों के साथ संध्या टोपनो गाड़ियां चेक कर रहीं थीं। जब पिकअप वैन को रुकवाने की कोशिश की तो पिकअप वैन ने उन्हें कुचल दिया। संध्या के भाई अजीत ने थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने की मांग की है।

रिम्स में किया जा रहा पोस्टमार्टम

घटना के बाद संध्या टोपनो के शव को रिम्स ले जाया गया। वहां पोस्टमार्टम किया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शव को पुलिस लाइन ले जाया जाएगा। यहां श्रद्धांजलि सभा होगी। इसका बाद शव को जगन्नाथपुर के कल्याणपुर स्थित उनके आवास पर ले जाया जाएगा।

मां और बड़ी बहन हैं बेसुध

मां स्नेह लता और बड़ी बहन सीमा बेसुध हैं। संध्या के पिता सुप्रिये टोपनो की पहले ही मौत हो चुकी है। संध्या की अभी शादी नहीं हुई थी। भाई अजीत को पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा पर नौकरी मिली थी। अजीत ने बताया कि वे मूल रूप से खूंटी के रनिया थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं। पिता ने जगन्नाथपुर के कल्याणपुर में घर बनाया था। तब से पूरा परिवार यही रह रहा है।

सांसद संजय बोले-झारखंड में नहीं है विधि-व्यवस्था

सांसद संजय सेठ ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड में लॉ एंड ऑर्डर नहीं है। यह जांच का विषय है कि संध्या टोपनो को नाइट ड्यूटी में क्यों लगाया गया था। संध्या को न्याय मिलना चाहिए। मैं संसद में इस मामले को उठाऊंगा।

क्या कहता है झारखंड पुलिस मैन्युअल

पुलिस मैन्युअल के अनुसार, ओपी यानी आउट पोस्ट को शहर के अलग-अलग इलाके खासकर बाहरी क्षेत्र में स्थापित किया जाता है। ओपी खोलने का मुख्य उद्देश्य इन इलाकों को गश्त करना है। हवलदार स्तर के पुलिसकर्मी को यहां जिम्मेदारी दी जाती है। इन्हें स्टेशन इंचार्ज के निर्देश पर काम करना होता है। पुलिस मैन्युअल में इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी महिला पुलिसकर्मी को नाइट ड्यूटी में लगाया जाए या नहीं।

रात में ड्यूटी के दौरान दुर्घटना होने की आशंका

ओपी में पोस्टेड महिला पुलिसकर्मियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार दुर्घटना होने की आशंका रहती है। सालभर पहले की घटना में रांची के बांधगाड़ी की रहनेवाली एक महिला पुलिसकर्मी को एक ट्रक ने कुचल दिया था। महिला रात 12 बजे अपने घर से निकली थी। कमांडेंट के आवास पर ड्यूटी थी। खेलगांव मोड़ के पास उसे ट्रक ने कुचल दिया था।

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