लॉरेंस बिश्नोई का इंटरनेशनल अपराध का सफर..क्यों बन गया एक साधारण लड़का डॉन
कनाडा की रॉयल माउंट पुलिस ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में दावा करते हुए कहा कि भारतीय एजेंट संगठित अपराध समूह बिश्नोई ग्रुप की मदद से कनाडा में दक्षिण एशियाई मूल के लोगों, ख़ासकर खालिस्तान समर्थकों को निशाना बना रहे हैं.


कनाडा की रॉयल माउंट पुलिस ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में दावा करते हुए कहा कि भारतीय एजेंट संगठित अपराध समूह बिश्नोई ग्रुप की मदद से कनाडा में दक्षिण एशियाई मूल के लोगों, ख़ासकर खालिस्तान समर्थकों को निशाना बना रहे हैं.पिछले डेढ़ साल से गुजरात की साबरमती हाई सिक्योरिटी जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई का नाम पिछले सप्ताह मुंबई में हुई एनसीपी नेता बाबा सिद्दीक़ी की हत्या की जाँच में भी आ रहा है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक बिश्नोई गैंग से जुड़े एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद पुलिस इस दिशा में भी जाँच कर रही है. हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है और अधिकारियों का कहना है कि वो अभी जाँच कर रहे हैं.
मूलरूप से पंजाब में फ़ाज़िल्का के अबोहर के रहने वाले लॉरेंस बिश्नोई 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद चर्चा में आए थे.दिसंबर 2023 में राजस्थान में हुई करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के तार भी बिश्नोई गैंग से जुड़े थे.
कनाडा के बिश्नोई गैंग पर आरोप लगाने के बाद कुछ विपक्षी दलों ने नरेंद्र मोदी की सरकार से सवाल पूछे हैं. लॉरेंस बिश्नोई के गुजरात की जेल में रहने पर भी सवाल उठ रहे हैं.तृणमूल कांग्रेस सांसद साकेत गोखले ने सवाल किया है कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की भूमिका पर पर केंद्र सरकार को अपना रुख़ स्पष्ट करना चाहिए.
गोखले ने कहा है कि ‘भारत-कनाडा विवाद में बिश्नोई की भूमिका और संदिग्ध हो गई है.




