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प्रधानी चुनाव की रंजिश में युवक को मारी गोली

प्रधानी चुनाव की रंजिश में युवक को मारी गोली

बिल्हौर:प्रधानी चुनाव की रंजिश में युवक को मारी गोली ,आपको बता दें जितेंद्र सिंह पुत्र दया सिंह निवासी ग्राम गदनपुर अहार थाना बिल्हौर की भाभी सरोजनी पत्नी धीरेंद्र यादव गदनपुर आहार से प्रधानी का चुनाव लड़ने जा रही थी। इसी को लेकर पूर्व प्रधान ने भी सरोजनी का समर्थन कर दिया जिसकी वजह से विरोध में खड़े प्रत्याशियो को हार का डर सताने लगा जिसको लेकर कल बुधवार शाम 8:30 बजे बलदेव, संतोष निषाद, नीरज पुत्र सुखलाल, पृथ्वीराज आदि आधा सैकड़ा लोगों ने जितेंद्र सिंह को गांव में घेर लिया और उस पर भाभी सरोजनी देवी को चुनाव में बैठ जाने के लिए दवाब बनाया जिसके विषय में चचेरे भाई राहुल ने बताया।जितेंद्र ने भाभी को चुनाव में बैठने से मना किया तो उपरोक्त लोगों ने धमकी दी कि यदि तुम कल घर से बाहर सड़क पर निकले तो तुमको देख लेंगे। उपरोक्त धमकी की जानकारी चचेरे भाई राहुल ने दी। चचेरे भाई राहुल ने बताया कि मामला बढ़ता देख जितेंद्र को हम लोग वापस अपने घर ले गए।गुरुवार शाम लगभग 8:15 बजे जितेंद्र सिंह को गांव में ही स्थित जंगल की तरफ आंवला के पेड़ के निकट गोली मार दी गई। घरवालों को जैसे ही जानकारी हुई, तत्काल प्रभाव से जितेंद्र को बिल्हौर सीएचसी अस्पताल लेकर आए। जहां पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बिल्हौर डॉ अरविंद भूषण के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने तत्काल प्रभाव से प्राथमिक उपचार करते हुए हैलट अस्पताल कानपुर रेफर कर दिया गया।आपको बता दें उपरोक्त गोलीकांड को लेकर जितेंद्र के भाई नीरज यादव के द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया है लेकिन नीरज यादव पुत्र दया सिंह ग्राम गदनपुर आहार थाना बिल्हौर , जिसके ऊपर इससे पूर्व मु.अ.सं. 828/15 अंतर्गत जुर्म गैंगस्टर एक्ट के तहत थाना बिल्हौर में पंजीकृत है जिसमें न्यायालय के द्वारा लगभग 2 साल की सजा हुई थी लेकिन इस मुकदमे में कूट रचित तरीके से नीरज यादव जेल नहीं गया था बल्कि उसका भाई धीरज यादव पुत्र दया सिंह जेल गया था। इस प्रकरण में प्राप्त सूत्रों से इन लोगों के द्वारा माननीय न्यायालय को भी भ्रमित किया गया है।इसी तरह प्रधान प्रत्याशी सरोजिनी के पति धीरेंद्र सिंह पर भी थाना बिल्हौर में मु.अ.सं. 432/15 अंतर्गत धारा 307, 420, 46, 471 आदि धाराओं में भी मुकदमा पंजीकृत है।आपको बता दें इस वारदात के बाद पुलिस के लिए यह घटना आम ना होकर एक जटिल विवेचना हो गई है क्योंकि इस घटना के बाद तमाम तरीके की नई वारदातें सामने आ रही हैं जिसको लेकर सही अभियुक्तों तक पहुंचना और उन्हें न्यायिक सजा दिलाना व एक-एक कड़ी को जोड़ना एक चैलेंज से कम नहीं है। फिलहाल गांव के क्षेत्रीय लोगों का कहना है की सच सबके सामने आना चाहिए और जो वास्तविक घटना कारक है उन्हें ही सजा मिलनी चाहिए निर्दोष कोई भी जेल नहीं जाना चाहिए।

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