shivpuri

5 घंटे हॉस्पिटल में और 1 घंटे बाहर रखा कोरोना मरीज का शव नही है कोई अंतिम संस्कार का साधन।

5 घंटे हॉस्पिटल में और 1 घंटे बाहर रखा कोरोना मरीज का शव नही है कोई अंतिम संस्कार का साधन।

शिवपुरी:5 घंटे हॉस्पिटल में और 1 घंटे बाहर रखा कोरोना मरीज का शव नही है कोई अंतिम संस्कार का साधन। जिला अस्पताल से एक और बड़ी खबर आ रही है जहां सुबह 7 बजे से एक कोरोना मरीज की मृत्यु हो गई जिसके बाद उसके परिजनों को शव लगभग 5 घंटे तक नहीं दिया गया। जब पूरी जानकारी लेने के बाद शव को परिजनों के हवाले किया तो लगभग 1 घंटे से ज्यादा शव हॉपिटल के बाहर रखा था जिसपर किसी भी आलाधिकारी की नजर नहीं पड़ी, जिसको अंतिम संस्कार के साधन से अंतिम संस्कार किया जा सके। लेकिन वहीं परिजन रामकुमार जाटव ने सभी डॉक्टरों से बात की तो किसी भी डॉक्टर ने नही सुना।

बल्कि डॉक्टरों ने कहा की हम क्या करें अब आपको जो दिखाए वह करो, उसके बाद परिजन अपने मृतक के शव को हॉस्पिटल से बाहर ले आए। सभी स्टाफ को जानकारी देने के बाद भी कोई स्टाफ या किसी भी कर्मचारी ने अभी तक किसी भी प्रकार की सुविधा मोहिया नही कराई है। आपको बता दें कि ऐसे कोरोना मरीज के शव को खुला नही छोड़ना चाहिए जिससे उसके वायरस हवा में किसी और के संपर्क में आए। जबकि मृतक के शव को परिजन ले जाने के लिए तैयार भी जाते है पर हॉस्पिटल स्टाफ मना कर देता है उसके बाद अभी तक उसका शव ऐसे ही पड़ा हुआ है। 5 घंटे हॉस्पिटल में और 1 घंटे बाहर रखा कोरोना मरीज का शव नही है कोई अंतिम संस्कार का साधन।

Related Articles

Back to top button
Bharat AtoZ News
Close