गोंडा में समय से पहले ही खुल जाता है देशी शराब का ठेका
गोंडा में समय से पहले ही खुल जाता है देशी शराब का ठेका

गोंडा:गोंडा में समय से पहले ही खुल जाता है देशी शराब का ठेका।मिना कॉम्प्लेक्स के बगल वाली गली में कानून को ताख पर रखकर बेची जाती है शराब। मिना कॉम्प्लेक्स के बगल वाली गली में कानून को ताख पर रखकर बेची जाती है शराब।कानून की खुलेआम उड़ाई जाती है धज्जियां आबकारी विभाग रहता है मौन।जिले भर में समय से पहले शराब बिकनी चालू हो जाती है।10 बजे समय है दुकान खुलने का लेकिन उससे पहले ही खुल जाती है दुकाने।आबकारी विभाग की मिलीभगत से समय से पहले ही शराब बेचना शुरू कर देते है।प्रशासन और आबकारी विभाग की नाक के नीचे शराब ठेकेदारों की मनमानी चल रही है।शराब व्यापारियों द्वारा शासन के नियमों को धता बताकर संचालित की जा रही है दुकान।शासन के द्वारा शराब की दुकान खुलने एवं बंद होने की एक निश्चित समय सीमा निर्धारित की गई है।
अनुज्ञयापी उमेश शुक्ला के नाम से चलती है दुकान। बावजूद इसके नगर की शराब दुकानों का खुलने एवं बंद होने का कोई समय निर्धारित नहीं है।नगर में संचालित हो रही देसी एवं विदेशी मदिरा की दुकानों पर आबकारी विभाग भी खासा मेहरबान नजर आता है।कानून की खुलेआम उड़ाई जाती है धज्जियां आबकारी विभाग रहता है मौन।जिले भर में समय से पहले शराब बिकनी चालू हो जाती है।प्रशासन और आबकारी विभाग की नाक के नीचे शराब ठेकेदारों की मनमानी चल रही है।शराब व्यापारियों द्वारा शासन के नियमों को धता बताकर संचालित की जा रही हैदुकान।शासन के द्वारा शराब की दुकान खुलने एवं बंद होने की एक निश्चित समय सीमा निर्धारित की गई है। अनुज्ञयापी उमेश शुक्ला के नाम से चलती है दुकान।बावजूद इसके नगर की शराब दुकानों का खुलने एवं बंद होने का कोई समय निर्धारित नहीं है।




