
कानपुर:आक्सीजन की कमी से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन।एक तरफ जहॉ आम जनमानस कोरोना महामारी में आक्सीजन की कमी से। अपनी जान गवा रहा है वही दूसरी तरफ लकड़ी कटान माफिया हरी लकड़ी काटने में अपनी हरकतों से बाज नही आते और हमे आक्सीजन देने वाले हरे पेड़ो की कटान जोरो से कर रहे हैं।आक्सीजन देने वाले पेड़ो की अहमियत उस शख्स से पूछिए जनाब जिसने अपनी रात दिन एक कर दिया अपनो को बचाने के लिए और अपने ही अपनो को बचा न पाए दर दर भटकते हुए अस्पतालों के चक्कर काटते काटते लोगो के पैरों की चप्पल घिस गई पर आक्सीजन नही मिली।
इस तरह से हो रही वैध और अवैध लकड़ी कटान के पीछे जिम्मेदार कौन पुलिस, वन विभाग, या आम जनता यह अगर जब किसी जिम्मेदार से इस बारे में जानकारी ली जाती है तो वह जानकारी न होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आते हैं परंतु क्या यह सच है आज जब आक्सीजन की कमी से लोगो की मौते हुई परिजनों की लाख मिन्नतो के बावजूद भी वह अपनो को बचा न पाए।एक ऐसा ही ताजा मामला साढ़ थाना क्षेत्र के राजेपुर गाँव के पास आया है । जहॉ बेखौफ होकर लकड़ी कटान माफिया लकड़ी कटान करवाते नजर आए जानकारी करने पर छूट की लकड़ी होने का हवाला दिया और वास्तविकता में कुछ और ही निकला बाहर छूट की लकड़ी और अंदर प्रतिबंधित लकड़ी कटवाई जा रही थी अब सवाल यह उठता है कि इस तरफ से बेखौफ होकर लकड़ी कटान होने का जिम्मेदार कौन है।