गोरखपुर पहुंची पहली आक्सीजन एक्सप्रेस, 40 मीट्रिक टन आक्सीजन लाने को बनाया गया ग्रीन कॉरीडोर
गोरखपुर पहुंची पहली आक्सीजन एक्सप्रेस, 40 मीट्रिक टन आक्सीजन लाने को बनाया गया ग्रीन कॉरीडोर

गोरखपुर:गोरखपुर पहुंची पहली आक्सीजन एक्सप्रेस, 40 मीट्रिक टन आक्सीजन लाने को बनाया गया ग्रीन कॉरीडोर।पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से शुक्रवार की देर रात चली पहली आक्सीजन एक्सप्रेस मध्याह्न 12 बजे गोरखपुर क्षेत्र के नकहा रेलवे स्टेशन पहुंच गई. दो कंटेनर में 40 मीट्रिक टन आक्सीजन को लाने के लिए ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया था। आक्सीजन को गोरखपुर लाने में 12 घंटे का समय लगा. इससे यहां पर आक्सीजन की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सकेगा. इसके साथ ही कोविड-19 के जिन मरीजों को आक्सीजन की दिक्कत हो रही है, उसे भी पूरा किया जा सकेगा।
गोरखपुर के लोगों को आक्सीजन की किल्लत की वजह से काफी परेशानी उठानी पड़ी है. आम इंसान से लेकर अस्पताल और घरों में अपने परिजनों को आक्सीजन पर रखने वाले लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। आक्सीजन की कमी की वजह से कई लोगों ने अपनों को खो दिया है. यही वजह है कि पहली आक्सीजन एक्सप्रेस का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहा है. पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से आक्सीजन एक्सप्रेस आक्सीजन लेकर 11.52 पर रवाना हुई और 15 मई यानी आज मध्याह्न 12 बजे गोरखपुर पहुंच गई।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पहली आक्सीजन एक्सप्रेस शुक्रवार रात 11.52 बजे पश्िचम बंगाल के दुर्गापुर से 40 मीट्रिक टन लिक्विड आक्सीजन लेकर चली है. उन्होंने बताया कि पहली आक्सीजन एक्सप्रेस नकहा रेलवे स्टेशन पहुंची है. इस आक्सीजन एक्सप्रेस के यहां पहुंचने से यहां पर पहुंचने से यहां के लोगों को काफी राहत मिलेगी। इसके पूर्व वाराणसी डिवीजन के माधवपुर रेलवे स्टेशन पर 120 मीट्रिक टन आक्सीजन ट्रेन के माध्यम से पहुंचाया गया है. पूर्वोत्तर रेलवे निरंतर आमजन के लिए बेहतर कार्य करने के साथ उचित परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करा रहा है।