शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में विचित्र बुखार और कोविड का तांडव
शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में विचित्र बुखार और कोविड का तांडव

कानपुर:शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में विचित्र बुखार और कोविड का तांडव।ग्रामीण क्षेत्रों के गांव गांव पहुंचे कोरोना संक्रमण बुखार से सैकड़ों ग्रामीणों की मौत के बाद श्मशान घाटों पर शवों के लंबी-लंबी लाइने लगी है और अंतिम संस्कार करने के नाम पर वहां पर मौजूद लोग अवैध वसूली में जुटे हुए हैं इससे बचने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने गंगा श्मशान घाटों के बाद यमुना तटवर्ती वाले गांव में के बाहर यमुना किनारे खेतों पर श्मशान घाट बना डाला यमुना तटवर्ती वाले क्षेत्र के गांव के लोग गङाथा मऊनखत महुआपुर रामपुर लहुरीमऊ नवेली समस्त यमुना तटवर्ती जैसे दर्जनों गांव के ग्रामीणों ने यमुना किनारे शवों को जलाना शुरु कर दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण से हुई लोगों की मौत से श्मशान घाटों में लगभग 200 से लोगों के 250 शव जलाए गए हैं वहीं निगरानी समितियों की निष्क्रियता के चलते सरकारी अस्पतालों से जी मायूसी मरीजों को हाथ लगी है जिससे निजी अस्पताल संचालकों ने करो ना के भय से इलाज से दूरी बना ली है बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने के बाद एक एक मरीजों ने दम तोड़ना शुरू कर दिया था हुई मौतों से शुरुआत में तो लोगों ने नदी के किनारे श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार कराया रोजाना ही मौतें होने लगी तो खाली जगहों पर शव जलाने का सिलसिला शुरू है।