चंदा मामा बिखेरेंगे 60 घंटे बाद लाल रंग की रोशनी 30 गुना ज्यादा चमकीला दिखेगा चांद
चंदा मामा बिखेरेंगे 60 घंटे बाद लाल रंग की रोशनी 30 गुना ज्यादा चमकीला दिखेगा चांद

चंदा मामा बिखेरेंगे 60 घंटे बाद लाल रंग की रोशनी 30 गुना ज्यादा चमकीला दिखेगा चांद।आकाश-तारों की दुनिया में रूचि रखने वाले शौकीनों को 60 घंटे बाद घटित होने वाली घटना का गवाह बनने का सुनहरा मौका है। जब वो 26 मई को चंद्रग्रहण के साथ सुपर ब्लड मून की खगोलीय घटना का दीदार कर सकेंगे।वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला के खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि अमेरिका, आस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों से पूर्ण चंद्रगहण का लुत्फ उठाया जा सकेगा। भारत में उपच्छाया चंद्रग्रहण नजर आएगा।
जहां धरती की उपछाया हल्की की चंद्रमा पर पड़ती है।चंद्रग्रहण के दौरान कुछ सेकेंड के लिए चांद पूरी तरह लाल भी दिखाई देगा। यह स्थिति तब आती है जब सूर्य की रोशनी छितराकर चांद तक पहुंचती है।परावर्तन के नियम के अनुसार हमें कोई भी वस्तु उस रंग की दिखती है जिससे प्रकाश की किरणें टकरा कर हमारी आंखों तक पहुंचती है।सबसे लंबी तरंग दैर्ध्य (वेवलेंथ) लाल रंग की होती है और सूर्य से सबसे पहले वो ही चांद तक पहुंचती है जिससे चंद्रमा लाल दिखता है। इसे ही ब्लड मून कहते हैं।