Gorakhpur
फर्श पर फैला खून बयां कर रहा था हैवानियत घर में सात लाशों को देख पैरों तले खिसक गई थी जमीन
फर्श पर फैला खून बयां कर रहा था हैवानियत घर में सात लाशों को देख पैरों तले खिसक गई थी जमीन

गोरखपुर:फर्श पर फैला खून बयां कर रहा था हैवानियत
घर में सात लाशों को देख पैरों तले खिसक गई थी जमीन
यह उस काली रात की खौफनाक कहानी है,
जब एक ही परिवार के सात लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी
इस घटना में एक अकेली जिंदा बची थी मासूम बच्ची
जिसको हत्यारों ने मृत समझकर छोड़ दिया था
घटना 20 नवंबर 2001 की है। इस कत्लेआम में मारे गए
लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कातिलों की बर्बरता का खुलासा
हुआ था। पुलिस की जांच रिपोर्ट भी चौंकाने वाली थी
तीन मासूम बच्चों को दीवार पर पटक-पटक कर मारा गया था।
अगली सुबह जब छठ पर्व को लोग घरों से निकले और राकेश
राय के घर का खुला दरवाजा देखकर जो भी अंदर गया उसके पैरों
तले जमीन खिसक गई। पड़ोसी अमित सिंह बताते हैं कि यकीन मानिए बच्चों की लाश देखकर गश आ गया था।