BIHARCrime

पिता को ठेले पर लेटाकर क्यों घूम रहे ये बच्चे बेबसी देखकर नाते रिश्तेदारों ने भी खड़े किए हाथ

पिता को ठेले पर लेटाकर क्यों घूम रहे ये बच्चे बेबसी देखकर नाते रिश्तेदारों ने भी खड़े किए हाथ

पिता को ठेले पर लेटाकर क्यों घूम रहे ये बच्चे बेबसी देखकर नाते रिश्तेदारों ने भी खड़े किए हाथ

बिहार के सारण जिले के रहने वाले ये दो नाबालिग बच्चे ठेले पर अपने पिता को लेटाकर रोज दिन में इसी तरह बाहर निकलते हैं गली,
मोहल्ले, बाजारों के चक्कर लगाते हैं इस उम्मीद में कि लोग तरस खाकर उन्हें कुछ पैसे दे दें।
सीधे तौर पर कहा जाए तो बच्चे अपने पिता की खातिर भीख मांगने को मजबूर हैं। इस तरह
ठेले पर एक इंसान को लेटे देख लोग एक बार रुकते जरूर हैं।

कभी बच्चे तो कभी खुद उनके पिता, लोगों को अपनी कहानी बताते हैं।
दरअसल,मशरख थाना क्षेत्र के कोनहवा गांव के रहने वाले सुनील महतो
पिछले साल तक बिल्कुल ठीक ठाक थे। मेहनत मजदूरी करके परिवार का पेट पालते थे।
लेकिन एक मकान का छज्जा तोड़ने के दौरान वो गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए और
फिर कभी अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पाए। स्पाइनल इंजरी की वजह से सुनील पिछले 6 महीने से चल फिर नहीं पा रहे और इसी तरह लेटे रहते हैं। छपरा के सरकारी अस्पताल में कुछ दिन इलाज चला, फिर डॉक्टरों ने पटना के किसी बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी, लेकिन परिवार की आर्थिक हैसियत ऐसी नहीं कि इलाज का खर्चा उठा सके। नाते रिश्तेदारों ने भी हाथ खड़े कर दिए। अब बच्चे रोज पिता को लेकर निकलते हैं ताकि पैसे जुटाकर उनका इलाज करा जा सके।

Related Articles

Back to top button
Bharat AtoZ News
Close