
तत्कालीन पाक के PM नवाज शरीफ कारगिल जंग में US और चीन से खाली हाथ लौटे थे
प्रतिवर्ष 26 जुलाई को देश में कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है
कारगिल के इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना अपना लोहा मनवाया।
भारत-पाक युद्ध के दौरान शरीफ ने अमेरिका का दौरा किया था।
उनकी इस यात्रा का मकसद युद्ध के दौरान कूटनीतिक मदद हासिल करना था।
शरीफ ने अमेरिका को भारत के खिलाफ भड़काने का प्रयास किया था। शरीफ
अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान क्लिंटन से मुलाकात की थी। जाहिर है कि युद्ध के
दौरान उनकी यात्रा के दो मकसद थे। पहला इस युद्ध में अमेरिका का रुख जानने
की कोशिश कर रहे थे। दूसरे, वह इस अवसर की तलाश में थे कि भारत के खिलाफ अ
अमेरिका को खड़ा किया जा सके।