गोण्डा में जिला महिला अस्पताल में फिर दिखी संवेदन हीनता, गर्भवती महिला को नहीं किया डॉक्टरों ने भर्ती
गोण्डा में जिला महिला अस्पताल में फिर दिखी संवेदन हीनता, गर्भवती महिला को नहीं किया डॉक्टरों ने भर्ती

जिला महिला अस्पताल में फिर दिखाई पड़ी संवेदनहीनता एक गर्भवती महिला को बिना देखें ही उस को लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। गर्भवर्ती महिला को कोतवाली देहात थाना के जमुनिया बाग निवासी मीना पत्नी साजन गर्भवती थी। उस के पेट मे दर्द होने पर उस को इलाज के लिए सी एस सी काजी देवर में ले जाकर भर्ती कराया गया है। हालत गम्भीर होने पर उस को महिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जिला महिला अस्पताल 108 एम्बुलेश से लाया गया। महिला गर्भवती थी । इस की हालत गम्भीर थी।महिला अस्पताल के चिकित्सक ने बिना देखे ही उस को रेफर कर दिया। महिला के पति साजन ने बताया कि उस की पत्नी नौ माह की गर्भवती थी। उस को पेट मे काफी दर्द था। काजी देवर सी एस सी ने रेफर कर दिया था। गर्भवती महिला को बिना देखे उस को वापस कर दिया गया। इस का कागज भी नही दिया काजी देवर स्वास्थ्य केंद्र वालों ने। बिना रेफर कागज के ही वापस करने की वजह से जिला महिला अस्पताल मे भी भर्ती नही किया गया। डॉक्टर एम के गुप्ता का कहना है कि गर्भवती महिला आई थी। लेकिन उस का कोई रेफर का कागज नही था। जिला अस्पताल में अक्सर संवेदना हीनता दिखाई पड़ती रहती है। दर्द से परेशान महिला को उसके पति साजन ने एक प्राइवेट नर्सिंग होम में ले जाकर भर्ती कराया। आए दिन जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही नजर आती रहती है लेकिन जिला प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है