
कंगना के बयान पर ओवैसी की दिया अपना तर्क कोई मुस्लिम यही कहता तो पुलिस घुटने पर मार देती गोली
असदुद्दीन ओवैसी की सभा को जहां मेरठ में अनुमति नहीं मिल सकी,
वहीं अलीगढ़ में भी जोर मशक्कत के बाद एक दिन पहले देर रात अनुमति मिल सकी थी।
उन्होंने कहा कि जालिम नहीं चाहते कि आज जलसा हो। जब तक मुसलमान अपनी सियासी
लीडरशिप नहीं बनाएंगे, तब तक कुछ नहीं हो सकता। यूपी क्या? मैं देश के हर हिस्से में जाऊंगा
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा आखिर यूपी में मुसलमान कमजोर क्यों है? आपकी सियासी कयादत नहीं है? इसलिए यह सब आपके साथ होता है। चौधरी चरण सिंह ने जाटों के लिए, मुलायम सिंह ने यादवों के लिए, मायावती ने जाटवों के लिए जो लीडरशिप बनाई है, ऐसी ही लीडरशिप बनाइए। जब यह लोग अपने समाज की पार्टी बना सकते? हैं तो हम मुसलमान क्यों नहीं बना सकते? हमने 75 साल इंतजार किया। आपके अपने वोटों का इस्तेमाल किया। आपसे कभी वादा नहीं किया गया कि मस्जिदों की हिफाजत की जाएगी।मुसलमानों को बचाया जाएगा। ईमान को बेचने की नहीं ईमान को मजबूत करने की जरूरत है।ओवैसी ने कंगना रनौत को लेकर कहा कि एक मोहतरमा कहती है? कि देश को आजादी 2014 में मिली थी। यह बात कोई मुसलमान कहता तो अभी तत्काल राजद्रोह लगा दिया जाता। पुलिस ले जाकर पैर पर गोली मार देती। पाकिस्तान के मैच को लेकर अगर किसी ने कुछ लिख दिया तो बाबा ने कहा कि मुकदमा लिख दिया जाएगा। देश द्रोह सिर्फ मुसलमानों के लिए है, यह सब कुछ संविधान के खिलाफ है।अमित शाह को मुसलमानों का नाम लिए बिना नींद नहीं आती। जिन्ना वाले बयान पर ओवैसी ने कहा कि जिन्ना के बारे में क्या बोलना है। हमारा कोई ताल्लुक नहीं है. लेकिन, यह लोग जिन्ना को ज्यादा जानते हैं। कासगंज घटना में पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। लेकिन, मरने वाला मुसलमान है।इसलिए कुछ नहीं होगा। 2:30 बजे मृत्यु हुई और 4:00 बजे उल्टा अल्ताफ के खिलाफ मुकदमा लिख दिया गया। किसने मारा? उसमें लिख दिया गया ना मालूम। ऐसी सरकार चला रहे हैं।