आखिर क्यों असम की कंटेस्टेंट को ‘मोमो चाउमीन’ कहना राघव का महंगा पड़ गया
आखिर क्यों असम की कंटेस्टेंट को 'मोमो चाउमीन' कहना राघव का महंगा पड़ गया

आखिर क्यों असम की कंटेस्टेंट को ‘मोमो चाउमीन’ कहना राघव का महंगा पड़ गया
राघव जुयाला का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,
इस वीडियो में राघव असम की एक कंटेस्टेंट को ‘मोमो,चाउमीन’ कहकर बुला रहे हैं।
इस कमेंट को लेकर लोगों ने राघव को नस्लवादी कहा है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी इस बात को लेकर नाराजगी जताई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है राघव जुयाल के वीडियो में दिख रहा है कि डांस दीवाने 3 का सेट है। इसके एक एपिसोड में राघव जुयाल असम से आई कंटेस्टेंट गुंजन सिन्हा का परिचय करते समय मजाक में चाइनीज बोलकर दिखाते हैं। राघव इस दौरान मोमो ,चाउमीन और गिबरिश चाइनीज शब्दों का भी इस्तेमाल करते हैं। हालांकि ये वीडियो कब की है, इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद राघव की तीखी आलोचना हो रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी राघव के नाटक की निंदा की है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, ”यह मेरे संज्ञान में आया है कि एक लोकप्रिय रियलिटी शो होस्ट ने गुवाहाटी के एक युवा प्रतिभागी के खिलाफ नस्लवादी बयानबाजी का इस्तेमाल किया है। यह शर्मनाक और पूरी तरह से अस्वीकार्य है। जातिवाद का हमारे देश में कोई स्थान नहीं है और हम सभी को इसकी स्पष्ट रूप से निंदा करनी चाहिए।” सोशल मीडिया पर भी राघव से बहुत से लोग नाराज हैं। कई लोगों ने लिखा है कि राघव ने नस्लवादी टिप्पणी की है। वहीं कई लोगों का कहना है कि नॉर्थ-ईस्ट के लोगों को चाइनीज कहा जाना गलत है। वहीं कई लोगों ने कहा है कि राघव ने भले ही ये बात मजाक में कहा हो लेकिन इसका संदेश अच्छा नहीं जाएगा। सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना के बाद राघव जूयाल ने इंस्टाग्राम पर एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए वीडियो जारी किया। राघव ने कहा कि उनकी टिप्पणी नस्लवादी नहीं थी। राघव ने कहा कि गुंजन ने ही यह दावा किया था कि वह चाइनीज में बात कर सकती हैं, इसलिए उन्होंने उस तरीके से उन्हें संबोधित किया। राघव जुयाल ने कहा, “सही संदर्भ के बिना इस छोटी क्लिप को देखना मेरे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अनुचित और अच्छा नहीं है। जब यह प्रतियोगी शो में आई, तो उसने कहा था की कि वह चीनी भाषा में भी बात कर सकती हैं। मेरा प्रदर्शन उसी पर आधारित था।” राघव का यह भी कहाना है कि वह नस्लवादी नहीं है।