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खुद को अपने क्षेत्र और समाज के नेता नहीं बल्कि बेटा कहते हैं रमेश सिंह यादव

खुद को अपने क्षेत्र और समाज के नेता नहीं बल्कि बेटा कहते हैं रमेश सिंह यादव

खुद को अपने क्षेत्र और समाज के नेता नहीं बल्कि बेटा कहते हैं रमेश सिंह यादव

रमेश सिंह यादव बसपा के भावी प्रत्याशियों में से एक है खुद को अपने क्षेत्र और समाज के नेता नहीं बल्कि बेटा कहते हैं।
रमेश सिंह यादव का जन्म न्योरी, बिधनू ब्लॉक में सन 1967 में हुआ था। रमेश सिंह यादव ने अपनी राजनीति की शुरुआत
सन 1990 से की थी और यादव जी अब तक तीन बार ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। इन्होंने अपने कार्यकाल में लोगों की निस्वार्थ
सेवा की है, वही आम जनता रमेश सिंह यादव को दलित समाज का देवता भी मानते हैं। इन्होंने लोगों की मदद करने के लिए कभी धर्म जाति या पार्टी का सहारा नहीं लिया और ना ही कभी जाति धर्म के आगे आकर लोगों की मदद की है। रमेश सिंह यादव की सेवा को बिन मौसम बरसात समझो क्योंकि जब भी किसी को कोई जरूरत होती है वहां रमेश सिंह यादव हमेशा मौजूद रहते हैं, मदद मांगने वाला किसी भी पार्टी या किसी भी धर्म का हो उनकी मदद यह बिना सोचे समझे बिना किसी कुरेज के करते हैं। बिधनू ब्लॉक में किसी भी बेटी का विवाह हो तो सिर्फ एक बार रमेश सिंह यादव को इस बारे में जानकारी देनी पड़ती है और वह बिना बुलावे के बिना किसी लालच के वहां पर जाते हैं और जिस तरीके से उस परिवार को मदद की जरूरत होती है वह पूरी करने की पूरी कोशिश करते हैं। कोरोना महामारी जैसी मुश्किल घड़ी में रमेश सिंह यादव ने अपना बढ़-चढ़कर योगदान दिया और आगे आकर लोगों की मदद की।

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