
सरकार की लचर व्यवस्था की खुली पोल गाड़ियों की लाइट में हुई बच्चों की परीक्षा
परीक्षाओं को लेकर बिहार अक्सर चर्चा में आ जाता है.इस बार मोतिहारी में आयोजित इंटर की परीक्षा में कुछ ऐसा हुआ कि एक बार फिर बिहार की परीक्षा चर्चा का विषय बन गई हैं…जी हां, सरकार चाहे राज्य की हो या केंद्र की, वह उजले विकास के दावे इतने पुख्ता तरीके से करती है कि सहज ही उसपर भरोसा कर लेने का जी चाहता है. दरअसल, मोतिहारी नगर से सटे महाराजा हरेंद्र किशोर कॉलेज में मंगलवार को इंटर का परीक्षा केंद्र बनाया गया था. लेकिन इस केंद्र में दूसरी पाली तक परीक्षा की कॉपी और प्रश्नपत्र नहीं पहुंच पाए थे.
इसे लेकर परीक्षार्थियों और अभिभावकों ने जब हंगामा किया तो किसी तरह प्रश्नपत्र और कॉपी सेंटर पर पहुंचाया गया…इसके बाद कड़ाके की ठंड के बीच शाम 4:30 बजे परीक्षा शुरू हुई. जाड़े का मौसम होने के कारण जल्दी ही सेंटर पर अंधेरा घिरने लगा. कॉलेज में बिजली नहीं थी, नतीजतन परीक्षा केंद्र अंधेर में डूबने लगा. जब इस स्थिति में परीक्षा हो रही थी तो अभिभावक और परीक्षार्थी रोष में थे. इसकी जानकारी मिलते ही सदर अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे. वहां का नजारा उन्होंने खुद देखा कि कैसे अंधेरे में परीक्षार्थियों को बैठाकर परीक्षा ली जा रही है. अधिकारियों के पहुंचने तक परीक्षा केंद्र में रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं थी. नतीजतन परीक्षार्थियों को परीक्षा रूम से बाहर निकाला गया और केंद्र के बरामदे में टेबुल-बेंच लगाया गया.