
तहसील कैम्पियरगंज के क्षेत्र में सरकारी टीचर ही बन बैठे डाक्टर
अपने आप को और अपने बोर्ड पर डॉ डीके सिंह लिखवा कर दांत का अस्पताल चला रहे हैं
आखिर किसके सह पर यह सरकारी मास्टर अपने आप को डॉक्टर बता रहा है
आए दिन मरीजों के साथ कर रहा है धोखाधड़ी कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना
देखते हैं अधिकारी कार्रवाई करते हैं क्या पूरी तरह मौन बने रहते हैं




