अयोध्या के संतों ने तीसरे युद्ध की जताई आशंका विश्वकल्याण के लिए संतों ने किया हवन
अयोध्या में संतों ने विश्व कल्याण और तीसरे विश्वयुद्ध से दुनिया को बचाने के लिए विश्वकल्याण महायज्ञ किया। इसमें तपस्वी छावनी के स्वामी परमहंस आचार्य ने वैदिक वैदिक ऋचाओं और मंत्रों से यज्ञ देवता को आहुति देखकर रूस-यूक्रेन युद्ध विराम की कामना की। विश्व कल्याण महायज्ञ के आयोजक और तपस्वी छावनी के स्वामी परमहंस आचार्य ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष शुरू हो गया है। यदि समय रहते यह युद्ध नहीं रुका, तो तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम की है। पूरे विश्व को अपना परिवार मानते हैं और सर्वे भवंतु सुखिन: की कामना करते हैं। इसी उद्देश्य से वैदिक ऋचाओं और वैदिक मंत्रों द्वारा हवन करके भगवान से प्रार्थना की गई है, ताकि सबको सद्बुद्धि आए।
स्वामी परमहंस ने बताया कि युद्ध में बहुत से बेगुनाह मारे जाएंगे। भारत ऋषि-मनीषियों और साधु-संतों का देश है। विश्व कल्याण के लिए वेद-पुराण में जो बताया गया है, उसके अनुसार हम लोग हमेशा पूजा-यज्ञ, अनुष्ठान आदि करते रहते हैं।विश्व कल्याण महायज्ञ में कई साधु-संत सम्मिलित रहे।