
सरजमीं पहुंचते ही छलक पड़े यूक्रेन में फसे छात्रों के आंसू, सुनिए छात्रों की आपबीती
24 फरवरी को यूक्रेन-रूस के बीच वॉर शुरू हो चुका था, तब से लेकर आए दिन वहां से खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही है… और वहां फसे छात्र जो अपने वतन वापसी के लिया लाख जद्दोजहद में लगे हुए है….पर उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है…यूक्रेन में फसी छात्रों ने भारतीय दूतावासों पर गंभीर आरोप लगाया है….जिसमे कुछ छात्रों ने अपनी आपबीती बताई। फर्स्ट ईयर स्टूडेंट दिव्यांशी को रोमानिया बॉर्डर पर तीसरे दिन भीड़भाड़ में लोगों ने कुचल दिया।
वह बोलीं, ‘लोग मेरे सिर, कंधों को रौंदते हुए आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। जब हम रोमानिया बॉर्डर क्रॉस कर चुके थे, तब हमें इंडियन एम्बेसी के लोग मिले।’ ये बोलते हुए उनकी आंखों से आंसू आ गए, गला भर आया। उन्होंने कहा कि ‘अगर भारत सरकार कह रही है कि ये उन्होंने हमारा इवैक्यूएशन कराया है, तो ये सरासर झूठ है। पोलैंड से भारत फ्री फ्लाइट को इवैक्यूएशन नहीं बोलते हैं। अगर भारत सरकार यूक्रेन से निकलने में हमारी मदद करती तो, उसे इवैक्यूएशन कहा जाता। देश के लोगों को ये सच बताया जाना चाहिए।’