
मुस्लिम परिवार ने पेश की मानवता की मिसाल हिन्दू बेटी की शादी में मामा बनकर आया मुस्लिम समाज
राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ के मेवाखेड़ा गांव निवासी चंदा की शादी सोमवार को होनी थी. चंदा के माता-पिता नहीं होने के कारण बुजुर्ग दादा सुखराम जाटव शादी का पूरा खर्च इंतजाम देख रहे थे. परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी. यह बात रामगढ़ की अंजुमन शिक्षा समिति तक पहुंची तो समिति के अध्यक्ष और रामगढ़ पंचायत समिति प्रधान नसरू खान ने भात भरने की ठान ली. उनके साथ शौकत सरपंच बंजीरका, रज्जाक खान सरपंच व मजलिस खान आदि लोग भी आए.
मुस्लिम समाज के ये लोग चंदा की बारात आने से पहले भात लेकर उसके घर पहुंचे। दादा सुखराम को जब पता लगा कि मुस्लिम भाई उनकी पोती के मामा बन कर आए हैं तो उनकी आंखें भर आई. मुस्लिम समाज के लोगों ने पूरे परिवार को उपहार देकर कपड़ों की पहरावणी करवाई। सौहार्द भरे इस माहौल में बेटी ने मुस्लिम मामा के माथे पर तिलक लगाया। मामा बने नसरू खान व अन्य ने भात में 22,400 रुपय और अनेक उपहार बेटी को दिए.