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योगी सरकार 2.O का हुआ आगाज़, योगी आदित्यनाथ ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की ली शपथ

योगी सरकार 2.O का हुआ आगाज़, योगी आदित्यनाथ ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की ली शपथ

योगी सरकार 2.O का हुआ आगाज़, योगी आदित्यनाथ ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की ली शपथ

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर चुकी भारतीय जनता पार्टी को योगी आदित्यनाथ के रूप में विधायक दल के नेता भी दोबारा मिला है। भाजपा का फोकस मिशन 2024 पर है, इसको देखते हुए योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल 2.O में जातीय व क्षेत्रीय समीकरण के साथ पुरानी कैबिनेट में रहे विधायकों का सम्मान भी बरकरार रखा गया है। आपको बता दें कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में केशव प्रसाद मौर्य से लेकर दिनेश शर्मा और सुरेश खन्ना जैसे पुराने नेताओं की वापसी हो रही है तो कई नए चेहरों भी जगह दी गई है. तो वहीं, योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे कई दिग्गज और पुराने नेताओं को झटका लगा है. योगी सरकार 2.O में करीब दो दर्जन पुराने मंत्रियों को जगह नहीं मिल पाई है? आपको बता दें कि योगी की नई कैबिनेट में केशव प्रसाद मौर्या और ब्रजेश पाठक उपमुख्यमंत्री होंगे…तो वहीँ, कैबिनेट मंत्रियों में सूर्य प्रताप शाही, सुरेश कुमार खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, भूपेंद्र सिंह चौधरी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेंद्र उपाध्याय, आशीष पटेल और संजय निषाद के नाम शुमार हैं…इसके अलावा स्वतंत्र प्रभार नितिन अग्रवाल, कपिल देव अग्रवाल, रविंद्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण – राज्यमंत्री, जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण कुमार सक्सेना और दयाशंकर मिश्र दयाली होंगे…बताते चलें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नई कैबिनेट में राज्य मंत्री मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटीक, संजीव गोंड, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, राकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान वाल्मीकि, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर गुरु, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी और विजय लक्ष्मी गौतम होंगे…योगी मंत्रिमंडल में अधिकतम संख्या 60 है। इस बार का मंत्रिमंडल बड़ा रखा गया है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जरूरत के मुताबिक जातीय समीकरण को दोबारा सेट करने की भी हालांकि जगह छोड़ी गई है। इस बार योगी कैबिनेट को केंद्र की मोदी सरकार की तर्ज पर प्रोफेशनल टच दिया गया है। ऐसे विधायकों के नाम मंत्रिपद के लिए फाइनल किए गए हैं, जिनके पास जातिगत समीकरण और प्रोफेशनल काबिलियत है। इसके लिए हाईकमान स्तर पर बायोडेटा की स्क्रीनिंग की गई है। एक कारण ये भी रहा है कि रिजल्ट आने के बाद शपथ ग्रहण में 15 दिन का वक्त लग गया। यह पूरी एक्सरसाइज 2024 में UP की लोकसभा सीटों को फतेह करने के मकसद से की गई है।

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