मेस की दाल रोटी ने रुलाया तो आयी घर की याद
मेस की दाल रोटी ने रुलाया तो आयी घर की याद

फिरोजाबाद में पुलिस लाइन के सामने भोजन की थाली हाथ में लेकर एक सिपाही ने जमकर हंगामा किया। इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि सिपाही मेस के खाने की क्वालिटी दिखाते हुए फूट-फूटकर रो रहा है।लोगों को रोटी दिखाते हुए सिपाही ने कहा, “इनको झाड़कर देखिए इसमें से क्या निकल रहा है। इसको कोई खा नहीं सकता है। ये दाल है देखिए, इसमें सिर्फ पानी पड़ा हुआ है। इसमें कुछ नहीं है।”सिपाही ने कहा, “मैं दो दिन से भूखा हूं, लेकिन कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। मैं इस संसार को छोड़कर चला जाऊंगा, घुट-घुटकर जीना बेकार है।”
इस दौरान वहां मौजूद किसी शख्स ने इसका वीडियो बना लिया।मामले की जानकारी होते ही तत्काल फोर्स भेजकर सिपाही को पुलिस लाइन लाया गया। SSP ने मामले की जांच CO हीरालाल कन्नौजिया को सौंपी है।जिला मुख्यालय के बाहर सिपाही हाथ में भोजन की थाली लेकर पहुंचा। सिपाही डिवाइडर पर बैठकर थाली से रोटी उठाकर उसकी क्वालिटी पर सवाल उठाने लगा। रोते हुए सिपाही कह रहा है, ”मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि हम पुलिस को पौष्टिक आहार देते हैं।
क्या इस तरह से पौष्टिक आहार मिलता है। RI कह रहे हैं कि जनता के बीच शिकायत लेकर जाओगे तो बर्खास्त करके छोड़ेंगे।”मामला मुख्यालय दबरई का है। वीडियो में दिख रहा पुलिस कांस्टेबल मनोज कुमार है। वह मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला है। वर्तमान में उसकी तैनाती पुलिस कार्यालय के सम्मन सेल में है।दरोगा ने शांत रहने को कहा तो कांस्टेबल ने बोला, ”नहीं साहब, मैं यहीं पर धरना पर बैठूंगा। यहीं बुला लो, जिसको बुलाना है। अब तक मैं लोगों के पीछे भाग रहा था। मुझ पर दबाव बनाया जा रहा था। उच्चाधिकारियों का आदेश है कि साहब पालन करेंगे और हमें रगड़ दिया जाएगा। यदि कप्तान साहब पहले ही सुन लेते तो मुझे यहां आने की आवश्यकता नहीं थी।”
दरोगा उसे काफी देर तक समझाते रहे। जब वह नहीं माना तो उसे जबरन पुलिस जीप में उठाकर ले गए।कांस्टेबल मनोज का कहना है, ”खाने को लेकर मैंने कप्तान साहब को फोन किया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। कप्तान साहब रोज पुलिस लाइन में जिम करने आते हैं। दोपहर में वह आए तो मैं थाली में खाना लेकर उनके सामने पहुंच गया। पर वह बिना कुछ कहे चले गए। उन्होंने पूछा भी नहीं कि मैं क्यों परेशान हूं। RI महोदय ने थाली को मेस में भिजवा दिया। कहा कि खाना गर्म करके और रोटियां सेंकवाकर मंगवाता हूं।दोपहर करीब 1:30 बजे ये थाली अंदर चली गई।
2:45 बजे मैं बड़ी मुश्किल से खाना लेकर भागकर आपके सामने आया हूं। इन लोगों का कहना है कि कांस्टेबल मनोज कुमार को बर्खास्त कराकर छोड़ेंगे। क्या मेरे मां-बाप नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के आरक्षियों को दबाते जा रहे हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। मैं सुबह से भूखा हूं। किससे कह दूं। यहां मेरे मां बाप थोड़े ही हैं। सिपाही आए दिन आत्महत्या कर रहा है। यह लोग मस्त जिंदगी काट रहे हैं।”कांस्टेबल ने इस पूरे मामले की शिकायत फोन पर डीजीपी से भी की है। मनोज को बताया गया है कि जांच कमेटी बना दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच कर रहे CO हीरालाल कनौजिया ने बताया कि कांस्टेबल मानसिक रूप से परेशान लग रहा है। इसने मेस में खाना परोसने वाले से झगड़ा किया था। खुद ही दाल में पानी मिला लिया है। इसकी जांच रिपोर्ट तैयार कर SSP को सौंपेंगे।