Madhya Pradesh

पढ़ाई की जगह बच्चे से कराई जा रही टॉयलेट की सफाई, गांव वालों ने खोली पोल

मध्य प्रदेश में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई है...एख बार फिर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं...एक बार फिर भगवान समान शिक्षकों पर आरोप लगे हैं...एक बार फिर शिक्षा के मंदिर की साफ सपाई का वीडियो वायरल हुआ है...एक बार फिर ये साफ-सफाई मुद्दा बन गई है...एक बार फिर शौचालय की सफाई पर प्रश्न उठे हैं...

मध्य प्रदेश में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई है…एख बार फिर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं…एक बार फिर भगवान समान शिक्षकों पर आरोप लगे हैं…एक बार फिर शिक्षा के मंदिर की साफ सपाई का वीडियो वायरल हुआ है…एक बार फिर ये साफ-सफाई मुद्दा बन गई है…एक बार फिर शौचालय की सफाई पर प्रश्न उठे हैं…एक बार फिर शिवराज सरकार में एक शासकीय स्कूल में बच्चों के हाथ में किताबों की जगह कुछ और दिखा…कोई डॉयलेट साफ करता दिखा, तो कोई दीवारों पर से जाले हटाता दिखा…

 

शर्मसार करने वाली ये तस्वीरें बहुत कुछ कहती हैं…कहती है कि देखिए मामा जी आपके सूबे में छात्रों के हाथों में किताबें नहीं झाडू है, देखिए मामा जी आपके सूबे में छा6 क्लास रूम में पढ़ते नहीं बल्कि स्कूल में डॉयलेट साफ करते दिख रहे हैं…देखिए मामा जी क्या ऐसे बनेगा इन छात्रों का भविष्य, क्या ऐसे ये छात्र आनुनिक भारत के निर्माण में भागीदारी कर पाएंगे…दरअसल रतलाम के एक शासकीय स्कूल का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है…जिसमें बच्चे पढ़ाई छोड़ स्कूल का शौचालय साफ करते नजर आ रहे हैं…मामला रतलाम के पलसोड़ी गांव के शासकीय स्कूल का है…जहां के छात्र शौचालय की सफाई करते हुए वीडियो में नजर आ रहे हैं…वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने इस पर संज्ञान लिया है और स्कूल प्रबंधन से मामले का जवाब तलब किया है…दरअसल यह मामला रतलाम जनपद के पलसोड़ी गांव के शासकीय स्कूल का है…जहां बच्चे शौचालय साफ करने को मजबूर है…गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में प्यून की व्यवस्थाएं लगभग खत्म हो चुकी है…ऐसे में कई बार स्कूली बच्चे ही स्कूलों में साफ सफाई और अन्य काम करते हुए नजर आते हैं लेकिन शौचालय साफ करते हुए बच्चों का वीडियो सामने आने के बाद इस पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने आपत्ति ली है…बच्चों का कहना है कि यह कार्य कोई और नहीं बल्कि स्कूल में पदस्थ एक शिक्षिका करवा रही है और कुछ दिनों के अंतराल में उन्हीं दो-तीन बच्चों से शौचालय साफ करवाया जाता है…जिसका उपयोग शिक्षिका स्वयं की सुविधा के लिए करती हैं…इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी का भी बयान आया है उनका कहना है कि इस मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी… गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में चपरासी की व्यवस्था लगभग खत्म हो चुकी है…ऐसे में कई बार स्कूली बच्चे काम करते नजर आते हैं, लेकिन शौचालय साफ कराते हुए बच्चे पहली बार दिखाई दिए हैं…जोकि बेहद शर्मनाक और आपत्तिजनक है…

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