मध्यप्रदेश

अजब-गजब!  बकरा भी देता है दूध,इंजीनियर चला रहा दूध देने वाले बकरों का फार्म,बकरों को देखने पहुंच रही सैंकड़ों लोगों की भीड़

अच्छी मात्रा में दूध देने वाली बकरियां तो आपने बहुत देखी होंगी, लेकिन अब भारत में बकरों ने भी दूध देना चालू कर दिया हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुन में एक प्राइवेट बकरी फार्म के 4 बकरे रोजाना 200 से 300 मिली दूध दे रहे हैं.

अच्छी मात्रा में दूध देने वाली बकरियां तो आपने बहुत देखी होंगी, लेकिन अब भारत में बकरों ने भी दूध देना चालू कर दिया हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुन में एक प्राइवेट बकरी फार्म के 4 बकरे रोजाना 200 से 300 मिली दूध दे रहे हैं. ये बात इतनी हैरान कर देने वाली है कि अब लोग भी बिना आंखों से देखे यकीन नहीं कर पा रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोजाना सैंकड़ों की तादात में लोग इन दूध देने वाले बकरों को देखने पहुंच रहे हैं. तो आइये देखते है क्या है पूरा मामला

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में सरताज नाम के इस फार्म हाउस पर बकरों के दूध देने का मामला सामने आया है. इस फार्म के मालिक तुषार पहले इंजीनियर थे, लेकिन बकरों में बढ़ती दिलचस्पी के चलते नौकरी छोड़ दी और बकरी फार्म खोल लिया. आज इनके बकरी फार्म में 50,000 रुपये 1 लाख रुपये तक की कीमत वाले बकरे और बकरियां हैं. इनमें से सबसे ज्यादा चर्चा में है राजस्थानी नस्ल के चार बकरे,जो रोजाना 200 से 300 मिली. तक दूध दे रहे है. इन चार नस्लों में काले रंग का बकरा बादशाह (पंजाबी बिटल), शेरू (पथिरा) सुल्तान (हंसा प्रजाति) और हैदराबादी नस्ल का बकरा जिसका नाम हैदराबादी चाचा रखा है.बकरी फार्म के मालिक तुषार बताते हैं कि बकरों का साइज आमतौर पर बकरियों से ज्यादा बड़ा होता है, लेकिन दूध देने वाले इन चार बकरों की लंबाई-चौड़ाई बकरियों जितनी ही है. आम बकरियों की तरह इन बकरों के भी दो थन हैं. इन बकरों का बाकी पशुओं की तरह ही ख्याल रखा जाता है, लेकिन इनकी डाइट कुछ अलग है. वैसे तो तुषार के बकरी फार्म में पंजाब, अहमदाबाद, राजस्थान, जयपुर, हैदराबाद अफ्रीकन बोर, चंबल नस्ल के बकरे पाले गए हैं, लेकिन दो भी खरीददार आता है,वो सबसे पहले दूध देने वाले इन चार बकरों को देखने की डिमांड करते हैं.मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये बकरे खूब फेमस हो रहे हैं. कई लोग तो इसे अफवाह समझ रहे हैं, लेकिन कई लोग इन बकरों के दूध देने की घटना के चश्मदीद गवाह बन रहे हैं. इस मामले में एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बकरों का दूध देना कोई बड़ी बात नहीं है. कई हजार में से कुथ 2 से 3 बकरे ऐसे भी होते हैं, जिनमें हार्मोनल बदलाव के कारण थन विकसित हो जाते हैं और दूध देने लगते हैं.

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