उपचुनाव में वोटिंग के बाद बढ़ सकती हैं सपा सुप्रीमो अखिलेश की मुश्किलें, ये भी लपेटे में…
अभी यूपी के उपचुनाव की वोटिंग खत्म ही हुई थी कि ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस को लेकर हेट स्पीच मामले में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं...

अभी यूपी के उपचुनाव की वोटिंग खत्म ही हुई थी कि ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस को लेकर हेट स्पीच मामले में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं…दरअसल, इन नेताओं ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में कथित शिवलिंग को लेकर बयान बाजी की थी…सपा मुखिया अकिलेश यादव ने इस दौरान कहा था कि किसी भी पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रख दिया जाए और एक झंडा गाढ़ दिया जाए तो एक मंदिर बन जाता है…उन्होंने ये भी कहा था कि रात के अंधेरे में मुर्तियां रख दी जाती हैं और सुबह भगवान प्रकट हो जाते हैं…
दूसरी ओर AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग को फव्वारा बताया था…उन्होंने मुसलमानों ने वहां जाकर नमाज पढ़ने और बजु करने की भी अपील की थी…वहीं उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने माता सीता, दुर्गा और लक्ष्मी पर भद्दी टिप्पणियां की थी…आपको बता दें कि इन्हीं बयानों के खिलाफ वाराणसी न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया था…मंगरवार यानी 6 दिसंबर को हुई सुनवाई के दौरान मामले के वादी और वकील हरिशंकर पांडेय ने बताया कि कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 12 दिसंबर दी है…उम्मीद है इस मामले में कोर्ट इन नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे देगा…आपको बता दें कि ये मामला वाराणसी के ACJM पंचम के कोर्ट में सुना जा रहा है…फिलहान अब देखना ये है कि कोर्ट में 12 दिसंबर को सुनवाई के दौरान फैसला क्या आता है…और क्या सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की बढेंगी मुश्किलें..