UPPSC में फंसी 10 हजार से ज्यादा वैकेंसी को भरने का रास्ता साफ, शासन ने दिया आदेश

यूपी सरकार ने स्नातक स्तर की होने वाली भर्तियों के लिए आदेश दे दिया है। UPPSC में फंसी 10 हजार से ज्यादा वैकेंसी को भरने का रास्ता साफ हो गया है। सरकार के फैसले के अनुसार डीम्ड विश्वविद्यालयों से ग्रेजुएशन या तकनीकी प्रोग्रामों के कोर्स को ग्रेजुएशन स्तर का माना जाएगा।
एआईसीटीई द्वारा ग्रेजुएशन स्तर के कोर्स भी इसके बराबर होंगे। इन 10 हजार वैकेंसी में 6900 भर्तियां उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में की जाएंगी। अपर मुख्य सचिव कार्मिक डा. देवेश चतुर्वेदी की ओर से आदेश जारी किया है। स्नातक की समकक्षता तय करने का आदेश हाईकोर्ट की ओर से सितंबर 2021 में दी गई थी। अब इस फैसले के आधार पर ग्रेजुएशन के समानांतर कोर्सेज की परिभाषा बताई गई है। शासन की ओर से जारी आदेश में व्यवसायिक कोर्स, तकनीकी पाठ्यक्रमों में प्रदान की गई डिग्रियों को ग्रेजुएशन स्तर का माने जाने की बात कही गई है।
असमंजस की स्थिति में संबंधित संस्थानों से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। डिग्री की यह समकक्षता केवल उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा आयोग और अन्य भर्ती संस्थानों द्वारा दी गई एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में दी गई स्नातक योग्यता व समकक्ष के लिए मान्य होगी। डिग्री समकक्षता पर ये भी कहा गया है कि जब तकनीकी पद किसी विभाग में होगा और उसके लिए भी ये मान्य होगी या नहीं, इसकी डिटेल तब ही जारी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में की जाएगी।