हरियाणा के चार ऐसे गांव, जहां अब तक नहीं बसी आबादी

चीन को पीछे छोड़कर भारत इस वक्त दुनिया में जनसंख्या के आंकड़ों में नंबर एक पर है। क्या आपने सोचा है कि भारत में कोई ऐसा गांव भी होगा, जिसमें आबादी ही न हो। बता दे सोहना के चार गांवों में एक इंसान भी नहीं रहता। यहां की आबादी शून्य है। सरकार के राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में इन चारों गांवों को बेचिराग घोषित किया गया है।
जहां लोगों को रहने के लिए जगह मिलनी भी मुश्किल है, वहीं सोहना ब्लॉक में आज 4 गांव ऐसे हैं। सैकड़ों सालों से इन गांवों में आज तक आबादी बसी ही नहीं. हजारों एकड़ ज़मीन पर सिर्फ खेती होती है। ब्लॉक में 4 गांव खोबरी, जलालपुर, पुलावास, रोजका गुर्जर जलालपुर को बेचिराग गांव के रूप में जाना जाता है। इन गांवों की ज़मीन पर दिन के समय में आस-पास के गांव के लोग अपनी खेती करने के लिए हरा चारा लेने के लिए आते हैं।
खोबरी गांव की बात की जाए तो इस गांव की करीब 196 हेक्टेयर जमीन है। वहीं जलालपुर में 142 हेक्टेयर जमीन है. इसी तरह रोज का गुर्जर में पहाड़ी इलाका है और हजारों एकड़ जमीन है जो कि दमदमा झील के बिल्कुल नजदीक है। पुलावास में 130 हेक्टेयर जमीन बताई जाती है. जिस पर मात्र खेती की जाती है। इन गांवों की जमीन राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में है और उनका नाम भी दर्ज है. लेकिन आबादी नहीं है।




