
फरीदाबाद: गोमाता का ‘अनादि’ आशीर्वाद मिल रहा सेहत को
कोलेस्ट्राल के मरीजों को नहीं करता नुकसान
अनादि’ देशी घी, वह भी बिल्व पत्र के साथ माटी की हांडी में पका हुआ।
दावा है कि यह घी न तो कोलेस्ट्राल बढ़ाता है और न ही शुगर।
फरीदाबाद के एक वृद्धाश्रम में वयस्क, बुजुर्ग महिलाएं गायों की सेवा करती हैं,
दूध दुहती हैं, उनकी देखभाल करती हैं और फिर विशेष तरीके से घी तैयार करती हैं।
तभी इस घी की कीमत भी 2,640 रुपये प्रति लीटर है।
अनादि सेवा प्रकल्प वृद्धाश्रम के संचालक प्रणव शुक्ला बताते हैं कि गोधाम में गीर,
साहीवाल और डांगी नस्ल की 35 गाय ऐसी हैं, जिनसे रोजाना करीब 300 लीटर दूध प्राप्त होता है।
इस तरह महीने भर में लगभग नौ हजार लीटर दूध निकलता है।
आश्रम में 37 बुजुर्ग हैं। इनमें से 21 महिलाएं हैं। हर सोमवार और गुरुवार को पांच महिलाएं आशा,
कृष्णा, रामलली, अंगूरी तथा हरनंदी मिट्टी के चूल्हे पर दूध से घी बनाने के काम में जुटी रहती हैं।
घी की पौष्टिकता को बढ़ाने के लिए उसमें बिल्व पत्र पकाया जाता है।
गायों के आहार में नीम के पत्ते, और चूना के अलावा जयवंती पंचांग तथा सतावर भी मिलाया जाता है।