ज़िंदा बुज़ुर्गों को मृत दिखाकर रोकी गई पेंशन, पीड़ित बुज़ुर्गों ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार
Desk : Bharat A To Z News

सरकारी सिस्टम का भी अपना अनोखा फंडा है. जिसे चाहे मृत घोषित कर दे और जिसे चाहे जिंदा. इसलिए तो कहते हैं कि मुर्दा बोलता है. जी हां, बुंदेलखंड के महोबा जिले में एक नहीं, दो नहीं बल्कि पांच लोगों को मृत घोषित कर उनकी पेंशन बंद कर दी गई. अब वह जिंदा होने का सबूत लेकर सरकारी चौखट पर जिंदा होने की गुहार लगा रहे है.
बुंदेलखंड के महोबा में सरकारी मशीनरी की गड़बड़ी के चलते 5 बुजुर्गों को कागजों में मृत दिखा दिया गया, जिससे उन्हें पिछले डेढ़ वर्षों से वृद्धा पेंशन नहीं मिल पा रही। पीड़ित बुजुर्गों ने गले में “साहब मैं जिंदा हूं” लिखकर तख्ती डाली और डीएम की चौखट पर पहुंचकर न्याय की गुहार लगाने लगे। पीड़ित बुजुर्गों ने आरोप लगाया कि पूर्व सचिव ने रिश्वत न देने पर सरकारी कागजों में उन्हें मृत दर्शा दिया, जिससे उन्हें मिलने वाली वृद्धा पेंशन रुक गई। आर्थिक तंगी और गरीबी से परेशान सभी वृद्धों ने डीएम से मामले की शिकायत की है।