अनोखी शादी: पति ने पत्नी से कहा- ‘तुम जाओ, बच्चों को मैं पाल लूंगा’… फिर बॉयफ्रेंड से करा दी उसकी शादी
मेरठ और औरैया हत्याकांड से डरे सहमे एक पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके बॉयफ्रेंड से करा दी। पति को शायद ये डर था कि कहीं उसकी पत्नी ही उसके साथ कोई घटना ना कर दें। पूरा मामला उत्तरप्रदेश के संतकबीरनगर जिले का है जहां के धनघटा थाना क्षेत्र के कटार जोत गांव के रहने वाले बबलू नाम के शख्स ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करा दी

Desk; मेरठ और औरैया हत्याकांड से डरे सहमे एक पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके बॉयफ्रेंड से करा दी। पति को शायद ये डर था कि कहीं उसकी पत्नी ही उसके साथ कोई घटना ना कर दें। पूरा मामला उत्तरप्रदेश के संतकबीरनगर जिले का है जहां के धनघटा थाना क्षेत्र के कटार जोत गांव के रहने वाले बबलू नाम के शख्स ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करा दी। बबलू दो बच्चों का पिता भी जो रोजी रोटी की खातिर दूसरे प्रांत में रहता है, साल दो साल में एक आध बार गांव आने वाला बबलू जीतोड़ मेहनत कर अपनी पत्नी और बच्चों को अच्छी और खुशहाल जिंदगी देना चाहता था लेकिन उसे ये नहीं पता था कि उसकी पत्नी उसके पीठ पीछे क्या गुल खिला रही है? पत्नी के कारनामे जानकर भी उसे भरोसा नहीं था कि पत्नी उसे धोखा देगी, इसलिए गांव आकर उसने पत्नी की निगरानी करने लगा। बबलू का शक जब यकीन में बदला तब उसने ना कोई खौफनाक फैसला लिया और न ही पत्नी से कोई कहासुनी अथवा मारपीट ही की। औरैया और मेरठ की घटनाओं का ही शायद बबलू पर असर था कि उसने सूझ बूझ से काम लेते हुए अपनी पत्नी की हरकतों को गांव के बड़े बुजुर्गों से बताते हुए यह तय किया कि पत्नी की शादी उसके प्रेमी से ही करा दी जाय। गांव के बड़े बुजुर्गों की गवाही में उसने शिव मंदिर में जहां पत्नी राधिका की हिन्दू रीति रिवाज के तहत शादी करा दी वही कोर्ट से नोटरी बयान हल्फ़ी पर खुद शादी का साक्षी बन कानूनी प्रक्रिया भी पूरी कराई। आपको बता दें कि बबलू की शादी गोरखपुर जिले के बेलघाट थाना क्षेत्र के भूलन चक गांव की रहने वाली राधिका से हुआ था। शादी के बाद बबलू दो बच्चों का पिता भी बना।जिसमें सात वर्षीय आर्यन और दो वर्षीय बेटी शिवानी हैं। बबलू रोजी-रोटी के चक्कर में घर से बाहर रहता था। इसी बीच उसकी पत्नी राधिका का गांव के ही एक युवक विकास से प्रेम प्रसंग चलने लगा। इसकी जानकारी होने पर बबलू ने अपनी पत्नी को साथ लेकर धनघटा तहसील में पहुंचकर शपथ पत्र बनवाते हुए पत्नी को उसके प्रेमी के हाथों सौंप दिया। उसके बाद दोनों पक्ष धनघटा स्थित शिव मंदिर पर पहुंचकर शादी किए।




