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Cyber Crime; देश भर मे साइबर क्राइम के लगातार बढ़ रहे मामले ,ठगी के पैसे से बुक की नई महिंद्रा थार

विवेक के मुख्य साथी अभिषेक चौरसिया का भी साइबर क्राइम में पुराना इतिहास रहा है इसने अपने संस्था के नाम पर ही रीवा जिले के कई बैंको में अपनी जीएसटी पर खाते खुलवाए है इसकी फर्म का नाम (श्री राम एसोसिएट्स) है

Kanpur; जहाँ पूरे देश भर मे साइबर क्राइम के मामले बढ़ते चले जा रहे है वहीं देश के प्रधानमंत्री देशवासियों को डिजिटल अरेस्ट और साइबर क्राइम के vबारे मे सावधान कर रहे है उसके बावजूद पूरे देश भर मे डिजिटल अरेस्ट और साइबर क्राइम के मामले थम नहीं रहे है हालही मे एक मामला सामने आया है जो मध्य प्रदेश के रीवा का है जहां इसी तरह का गिरोह सक्रिय है जिसका मुखिया विवेक चौरसिया पुत्र कामता प्रसाद चौरसिया निवासी (ग्राम पोस्ट बाराहाडी तहसील थाना -रायपुर कर्चौलियाँ रीवा मध्य प्रदेश 486114 ) का निवासी है.

दिए गए तस्वीर में विवेक चौरसिया और उसकी प्रसनल बैंक डिटेल्स है जिसकी ब्रांच HDFC पीली कोठी रोड पर है जिसमे ये ठगी के पैसों का लेनदेन करता है विकेक के गिरोह में लगभग 100 से ऊपर लोग सक्रिय है जो अलग अलग बैंकों में खाता खुलवा कर विवेक चौरसिया को देते है जिनका इस्तेमाल विवेक साइबर ठगी में करता है .विकेक का सबसे विश्वासपात्र और मुख्य साथी जो उसका रिस्तेदार भी है उसके काले कारोबारों में उसका हिस्सेदार है जिसका नाम अभिषेक चौरसिया पुत्र राम सुरेश चौरसिया निवासी 16/938 आजाद नगर, हुजूर रीवा मध्य प्रदेश 486001 का निवासी है जो विवेक का पड़ोसी भी है जिसका दूसरा पता ग्राम पोस्ट बारहडी तहसील थाना रायपुर करचौलिया रीवा 486114 भी है .विवेक और उसका साथी अभिषेक दोनों मिलकर इन खातों से डिजिटल अरेस्ट व साइबर क्राइम की ठगी को अंजाम देते है .सरगना विवेक के सीधे संबंध बैंक के उच्च अधिकारियों से भी है जिसकी सांठ-गांठ से फर्जी दस्तावेजों के दम पर खाता खुलवाता है .
हालहि में एक साइबर क्राइम का मामला सामने आया है जिसमें विवेक ने एक ही नंबर से दो खाते बैंक के उच्च अधिकारी की मदद से खुलवा के साइबर ठगी को अंजाम दिया जिसके विवरण दिए गए तस्वीरो में साफ़ समझ आ रहा है की ये दो अकाउंट की डिटेल्स है दोनों का अकाउंट नंबर भी अलग अलग है ,एक अकाउंट होल्डर का नाम संदीप कांट्रेक्टर है और दूसरे अकाउंट होल्डर का नाम संदीप कुमार पाठक है कमाल की बात ये है की ये दोनों अकाउंट एक ही नंबर पर रजिस्टर है जिसका नंबर (9685847509)ये है और एक बैंक और एक ही ब्रांच में है जबकि बैंक का नियम कहता है की एक नंबर और एक आईडी दो खातो में उपयोग न्ही किए जा सकते है इससे साफ़ समझ में आता है इन दोनों के बैंक के उच्च अधिकारियों से कितने घनिष्ठ संबंध होगे .

विवेक के मुख्य साथी अभिषेक चौरसिया का भी साइबर क्राइम में पुराना इतिहास रहा है इसने अपने संस्था के नाम पर ही रीवा जिले के कई बैंको में अपनी जीएसटी पर खाते खुलवाए है इसकी फर्म का नाम (श्री राम एसोसिएट्स) है

सर्कल वाली तस्वीर जिसमे अभिषेक चौरसिया में दिखायी दे रहा जिसने हाल ही में ठगी के पैसे से नई महिंद्रा थार बुक की है और बाकी तस्वीरो में उसकी फ़र्म जीएसटी और बैंको के स्टेटमेंट और ठगी में इस्तेमाल हुए बैंक के स्कैनर भी है
उनमे से एक खाता ICICI बैंक में है जिसकी ब्रांच (नियर समन स्क्वायर ,वार्ड नंबर-15 ,बिहाइंड आदित्य होटल ,रीवा मध्य प्रदेश 486001) है जो की श्री राम एसोसिएट्स के नाम पर कॉरपरेट खाता है , अपने इस खाते का भी उपयोग अभिषेक ने साइबर ठगी में किया है .वर्तमान में इस खाते में पूरे देश भर से 7-8 साइबर क्राइम की रिपोर्ट भी है रिपोर्ट होने के बावजूद भी अभिषेक बैंक के उच्चाधिकारियों की मदत से और लोकल पुलिस की मदत से आज भी शहर में आसानी से रह रहा है उसको सरकार ,शासन ,प्रशासन का बिल्कुल भी भय नहीं है और वो आज भी रीवा के पुलिस की सारी व्यवस्थाओं की धज्जिया उड़ा कर साइबर ठगी के मामलो को अंजाम दे रहा है .वही वो दूसरी और साइबर ठगी में जो उसका हिस्सा होता है वो एक दूसरे सेविंग बैंक में जमा करवाता है!

विवेक का रीवा R.T.O में ऑफिस भी है वहाँ से बैठ कर ये गाड़ियो पर फर्जी लोन भी करवाता है अभी हाल ही में एक मामला गाड़ी पर फर्जी लोन का रीवा के अमहिया थाना में हुआ था वहाँ भी विकेक ने पैसे के दम पर अपना केस दबा दिया और अभी भी फर्जी उसका फर्जी लोन का भी कारोबार फल फूल रहा है .
और उसका साथी अभिषेक अकाउंट में ठगी के साथ साथ अपने जिले के लोगो के साथ भी ठगी में पीछे नहीं है अभिषेक के 5-7 चेक बाउंस के केस रीवा कोर्ट में चल रहे है .

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