
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से सनसनीखेज घटना सामने आई है। बीजेपी विधायक योगेश शुक्ला के सरकारी आवास में एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक की पहचान 24 वर्षीय श्रेष्ठ तिवारी के रूप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। श्रेष्ठ तिवारी बाराबंकी के हैदरगढ़ का रहनेवाला था। फांसी लगाने की वजह का खुलासा अभी नहीं हुआ है।
बीजेपी विधायक के सरकारी आवास पर फंदे से झूला कर्मचारी
घटना के बारे में परिजनों को जानकारी दे दी गई है। श्रेष्ठ तिवारी विधायक के मीडिया सेल का काम देखता था। हजरतगंज स्थित विधायक निवास फ्लैट नंबर 804 में श्रेष्ठ तिवारी अकेला था। रविवार को करीब 11.30 बजे मीडिया सेल का काम देखनेवाले कर्मचारी ने फांसी लगा ली। विधायक के सरकारी आवास में खुदकुशी की खबर आग की तरह फैल गई। सूचना देकर घटनास्थल पर पुलिस को बुलाया गया। मौके पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोड़कर भीतर गई। अंदर श्रेष्ठ तिवारी का शव फंदे से झूलता हुआ पाया गया।
दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी पुलिस को नहीं मिला सुसाइड नोट
पुलिस ने फंदे से शव उतारकर जांच पड़ताल की। घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस खुदकुशी के कारणों का पता लगाने में जुटी है। श्रेष्ठ तिवारी के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। बेटे की खुदकुशी की खबर से परिजनों में मातम पसर गया। परिजन लखनऊ के लिए रवाना हो चुके हैं। योगेश शुक्ला बीकेटी से बीजेपी विधायक हैं।
कॉल कर खुदकुशी करने की दी जानकारी
इंस्पेक्टर ने बताया कि श्रेष्ठ ने खुदकुशी करने से पहले किसी एक परिचित या रिश्तेदार को कॉल कर कहा कि वह खुदकुशी करने जा रहा है। जिसको उसने कॉल की थी उस शख्स ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। इसके बाद पुलिस टीम को फ्लैट नंबर 804 में भेजा गया। दरवाजा भीतर बंद था। तोड़कर जब पुलिस भीतर दाखिल हुई तो श्रेष्ठ फंदे से लटकता मिला। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन कब्जे में ले लिया है।