वृंदावन में हुआ धर्मसभा का आयोजन, महामंडलेश्वर स्वामी बजरंग दास ने की अध्यक्षता
वृंदावन में हुआ धर्मसभा का आयोजन, महामंडलेश्वर स्वामी बजरंग दास ने की अध्यक्षता

22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह बड़े ही भव्यता के साथ संपन्न किया गया…..500 वर्ष की चुनौतीपूर्ण रस्साकशी के बाद यह संभव हो पाया….6 दिसंबर 1992 के दिन कारसेवकों ने अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद को ढहा दिया था….जिसके बाद 2019 में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने दशकों से चल रहे कोर्ट केस में अपना फैसला सुनाया….फैसले दिया गया कि विवादित जमीन पर राम मंदिर बनें….और विवादित जमीन से कुछ ही दूर, विवादित जमीन का लगभग दोगुना, यानी 5 एकड़ जमीन राज्य सरकार द्वारा मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए दी जाए…..जिसके बाद इस वर्ष 22 जनवरी को खुद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंदिर का उद्घाटन किया गया था….।
देश में अयोध्या इकलौता ऐसा विवाद नहीं था….अयोध्या के अतिरिक्त, अयोध्या जैसे ही दो और विवाद है….काशी में ज्ञानवापी और मथुरा में शाही ईदगाह मामले, ऐसे ही दो व्यापक विवाद है….और इन विवादों के कारण देश में अक्सर धार्मिक हिंसा की चिंगारी फैलने का डर बना रहता है….मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान को लेकर मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म यही हुआ था….।
हिन्दू पक्ष चाहता है कि विवादित 13 एकड़ जमीन पर बनी ईदगाह मस्जिद को जल्द से जल्द हटाया जाए….क्योंकि वह अवैध तरीके से यहां बनाई गई है…जमीन को लेकर 1968 में एक समझौता भी किया गया था जिसमें विवादित जमीन को दोनो पक्षो में बांट लिया गया था…..हिन्दू पक्ष कोर्ट से इसी समझौते को अमान्य करार देना चाहता है….और कोर्ट में इसी को लेकर विवाद चल रहा है….।
इसी विवाद के बीच कल वृंदावन में महामंडलेश्वर बजरंग दास की अध्यक्षता में एक धर्मसभा का आयोजन किया गया था….जहा पर मौजूद संत समाज ने मथुरा में कृष्ण जन्मस्थान की मुक्ति के लिए ‘श्रीकृष्ण जन्मस्थान मुक्ति अभियान’ के नाम से आन्दोलन का प्रारम्भ किया गया है….अभियान का उद्देश्य है कि मथुरा में भी अयोध्या की तर्ज पर एक भव्य मंदिर बनना चाहिए….।



