उत्तरप्रदेश

राज, उद्धव राजनीति के लिए सनातन धर्म को बलि ना चढ़ाएं

यूपी, बिहार के लोगों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करने से बाज आए

प्रयागराज। श्रृंगवेरपुर धाम के पीठाधीश्वर जगद्गुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज ने कहा कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे राजनीति के लिए सनातन धर्म की बलि चढ़ा रहे हैं। इससे सनातन धर्म को भारी क्षति हो रही है इससे यह दोनों लोग बाज आयें और‌ सनातन धर्म को छोड़कर अपनी राजनीति करें। यह बातें जगद्गुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज ने आज आश्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में यूपी, बिहार के लोगों की जिस तरह से मराठी भाषा के लिए अपमानित करवाकर पिटाई करवा रहे हैं वह उचित नहीं है क्योंकि आज मुम्बई जो देश की आर्थिक राजधानी बना है

उसके पीछे उत्तर प्रदेश, बिहार सहित अन्य प्रदेश के लोगों की दिन, रात की मेहनत है। उन्होंने कहा कि हिन्दी, गुजराती और मराठी सहित भाषाएं एक है, देश एक है,सभी लोग एक है उत्तर भारत के लोगों के साथ भेदभाव करके राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की राजनीति नहीं चमक पाएगी बल्कि इससे राजनीतिक स्थिति और खराब होगी। उन्होंने कहा कि भाषाएं एक होती है जो अलग,अलग क्षेत्रों में अलग-अलग लोग बोलते हैं लेकिन इसका यह अर्थ नही होता है कि जिसको मराठी ना आये उसके साथ मारपीट की जाय या उसका उत्पीड़न किया जाए। जगद्गुरु स्वामी शांडिल्य महराज ने कहा कि अरब के मुसलमानो का गुलाम राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ना बने क्योंकि देश भारतीयों से चल रहा है ना कि चंद मुसलमानों के मराठी बोलने से।

उन्होंने कहा कि बाला साहेब ठाकरे से सीख लेनी चाहिए क्योंकि कि उन्होंने हिन्दुत्व और हिन्दुओं के लिए बहुत कुछ किया था जिससे कि लोग उनको आज याद करते हुए महाराष्ट्र का शेर कहते हैं। जगद्गुरु स्वामी शांडिल्य महराज ने कहा है अगर राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने भारतीयों पर अत्याचार किया तो उनको महाराष्ट्र जाकर सबक सिखाऊंगा क्योंकि यह लोग अपनी राजनीतिक असफलता छिपाने के लिए उत्तर भारतीयों पर अत्याचार कर रहे हैं।

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