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फीलिंग छुपाने से हो सकता है डिप्रेशन, कम हो सकती हैं सांसें, कैंसर का भी खतरा

Desk : Bharat A to Z News

टीवी सीरियल ‘शगुन’ की एक्ट्रेस सुरभि तिवारी अपनी शादीशुदा जिंदगी से परेशान हैं। उन्होंने इस बात का खुलासा एक इंटरव्यू में किया। उन्होंने बताया कि उनका पति हर छोटे-बड़े खर्चे का हिसाब रखता था। उन्होंने अपने रिश्ते को बचाने की हर संभव कोशिश की। साढ़े 3 साल से सब कुछ चुप रहकर सहा। इस बात को उन्होंने कभी किसी से शेयर नहीं किया। इसी तरह श्वेता तिवारी और हसीन जहां ने भी शादी बचाने की कोशिश की लेकिन अंत में चुप्पी तोड़ी।

आमतौर पर महिलाएं अपने रिश्ते को बचाने की खातिर चुप रहती हैं। अपनी भावनाओं को छिपाकर समाज में झूठी मुस्कान के साथ जीती हैं। लेकिन फीलिंग को छिपाना डिप्रेशन का कारण बन सकता है। इससे जिंदगी की सांसें भी घटती हैं।

साढ़े 3 साल तक चुप रहीं सुरभि

एक्ट्रेस सुरभि तिवारी की शादी दिल्ली के पायलट और बिजनेसमैन प्रवीण कुमार सिन्हा से हुई। सुरभि ने बताया कि उनके ससुराल वालों ने शादी के 2 दिन बाद ही परेशान करना शुरू कर दिया। उन्हें टीवी पर काम नहीं करने दिया गया। पति ने क्रेडिट कार्ड दिया था जिसका ओटीपी उन्हीं के फोन पर आता। उनके अपने हर खर्चे का हिसाब हसबैंड को देना पड़ता। ऑटो के किराए की फोटो खींचकर पति को भेजनी पड़ती थी। यहां तक की 20 रुपए के वडा पाव का हिसाब दिया। उन्होंने मीडिया को सारे बिल भी सबूत के तौर पर दिखाए।

इलाज के लिए भी नहीं थे पैसे

वह मां बनना चाहती थीं लेकिन हसबैंड ऐसा नहीं चाहते थे। उन्होंने कहा कि उनके पास पैसे नहीं इसलिए वह ट्रस्ट के हॉस्पिटल में इलाज के लिए गईं। उन्हें मेडिकल दिक्कत है। इस कारण से उन्होंने फैलोपियन ट्यूब टेस्ट कराया जो बेहोशी के लिए एनेस्थीसिया देकर होता है। इसमें 6 हजार का खर्चा आता है लेकिन पैसे न होने के कारण उन्होंने होश में यह दर्द सहते हुए टेस्ट कराया। वह अपनी जिंदगी खत्म करना चाहती थीं।

कमजोरी छिपाने के लिए खुद को मजबूत दिखाती हैं

दिल्ली स्थित सर गंगाराम हॉस्पिटल में मनोचिकित्सक डॉक्टर राजीव मेहता ने बताया कि महिलाएं कई कारणों से अपनी भावनाओं को दिल में ही दबाकर रखती हैं। इसकी 3 सबसे बड़ी वजह हैं।

1- सामाजिक दबाव: महिलाओं को सामाजिक दबाव अपनी भावनाओं को छिपाने पर मजबूर कर देता है। ऐसे में वह अपनी कमजोरी को छिपाने के लिए खुद को बोल्ड दिखाती हैं और चुपचाप सब कुछ सहती हैं। अंदर से दुखी होती हैं लेकिन दूसरों के सामने खुश रहती हैं।

2- रिश्ता टूटने से डरती हैं: भारतीय समाज में हर लड़की को बोला जाता है कि उसकी मायके से डोली और ससुराल से अर्थी उठनी चाहिए। ऐसे में लड़की अगर परेशान भी हो तो जल्दी से पेरेंट्स को कुछ नहीं बतातीं। वहीं, पति उन्हें तलाक ना दे, इस डर में जीती हैं। कुछ महिलाएं अपने बच्चों की खातिर चुप रहती हैं। क्योंकि वह पति पर निर्भर होती हैं और रिश्ता नहीं तोड़ना चाहतीं. उन्हें डर लगता है कि अगर उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की तो पति को बुरा ना लगे या उन्हें तलाक न दे।

3-पार्टनर से झूठी उम्मीद करती हैं: अक्सर महिलाएं झूठी उम्मीद में जीती हैं। उन्हें अपने पार्टनर से उम्मीद होती है कि हो सकता है कि वह अपनी गलती को महसूस कर लें। या सोचती हैं कि पति ने जानबूझकर गलत नहीं बोला होगा। वह इस उम्मीद में जी कर मन में दुख छिपाकर रखती हैं।

अकेलेपन, डिप्रेशन और एंग्जाइटी का शिकार

डॉक्टर राजीव मेहता कहते हैं कि अगर इमोशन को छुपाया जाए तो वह चिड़चिड़ाहट, गुस्से या बदले में तब्दील होता है। कई बार इंसान कहीं का गुस्सा कहीं पर निकाल देता है।

यह फ्रस्ट्रेशन ही होती है। जब लंबे समय तक कोई अपनी भावनाओं को छुपाता है तो उनके दिमाग में कुछ ऐसे केमिकल रिलीज होते हैं जिससे उन्हें घबराहट, उदासी, बेचैनी जैसे नेगेटिव इमोशन घेर लेते हैं। वह अकेलेपन, डिप्रेशन और एंग्जाइटी का शिकार हो जाता है।

बोलना सीखें, तभी आप बीमारी से बच पाएंगे

इंसान 3 तरह का व्यवहार होता है। इसे पैसिव, एग्रेसिव और एसरसिव बिहेवियर कहते हैं। पैसिव बिहेवियर के लोग सहनशील होते हैं। वह अपने मन में हर चीज दबाकर रखते हैं। एग्रेसिव बिहेवियर में इंसान गुस्सा दिखाता है और एसरसिव में वह पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी बात रखता है। हर इंसान को यह व्यवहार अपनाना चाहिए।

अगर कुछ गलत हो तो उन्हें तुरंत बोलना चाहिए कि ऐसा ना करें। जब आप बोलना शुरू करेंगे तो दिल का बोझ हल्का होने लगेगा। अगर ऐसा नहीं कर पा रहे तो काउंसिलिंग लें। या उस इंसान से बात करें जिस पर आप भरोसा करते हैं। जब आपको डिप्रेशन या एंग्जाइटी होने लगे तो समझ जाएं आपकी दबी फीलिंग आपके शरीर पर हावी होने लगी हैं।

जिंदगी की सांसें हो जाती हैं कम

2013 में 12 साल हुए शोध को पब्लिश किया गया। इसमें पाया गया कि इमोशन को दबाने और जल्दी मृत्यु का आपस में कनेक्शन है। इससे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल के रोग या नींद ना आने का शिकार हो सकते हैं। अगर लंबे समय तक ऐसा होगा तो यह आपकी सेहत को प्रभावित करेगा और जिंदगी की सांसें कम हो सकती हैं।

हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की स्टडी में भी इस बात का खुलासा हुआ कि इमोशन को छुपाने से अकाल मृत्यु की 30 प्रतिशत आशंका बढ़ जाती है।

श्वेता तिवारी और हसीन जहां ने भी सहा

‘कसौटी जिंदगी की’ सीरियल से मशहूर हुईं श्वेता तिवारी की शादी 1998 में राजा चौधरी से हुई थी। इस बीच वह घरेलू हिंसा का शिकार हुईं लेकिन अपनी शादी बचाने के लिए 9 साल तक चुप रहीं। आखिरकार 2007 में उन्होंने तलाक की अर्जी डाल दी। 2013 में उन्होंने अभिनव कोहली से दूसरी शादी की। लेकिन यह शादी 2016 में टूट गई।

इंडियन क्रिकेटर मोहम्मद शमी की शादी 2014 में मॉडल रहीं हसीन जहां से हुई। 2018 में उनकी पत्नी ने उन पर अवैध संबंधों का आरोप लगाया। साथ ही सोशल मीडिया पर खुलासा किया कि शमी ने उनके साथ मारपीट की।

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