
बिहार में सियासी घमासान के बीच नीतीश कुमार पटना में राबड़ी आवास पर पहुंचे हैं. नीतीश कुमार ने यहां पूर्व सीएम राबड़ी देवी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की है. कुछ देर पहले ही नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है. नीतीश कुमार ने राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. इसके बाद वे राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से मिलने आए.
पूर्व सीएम राबड़ी देवी से मुलाकात करने के बाद नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव एक अणे मार्ग पर नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे जहां दोनों की बैठक हुई. इस बैठक में नीतीश कुमार महागठबंधन के नेता चुने गए. बैठक में कांग्रेस और वाम दल भी मौजूद रहे. इससे पहले आज बिहार के सियासी संकट को लेकर बैठकों का दौर चला. सबसे पहले जेडीयू के सांसदों और विधायकों की बैठक हुई जिसमें नीतीश कुमार ने बीजेपी पर सहयोगियों को अपमानित करने और साजिश करके जेडीयू को कमजोर का आरोप लगाया.
बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का किया एलान
नीतीश कुमार ने बैठक के बाद बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का एलान किया. राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी के सभी सांसद और विधायक इस आम सहमति पर हैं कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए. जदयू की आज हुई बैठक में पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों ने नीतीश कुमार के फैसले का समर्थन किया और कहा कि वे उनके साथ हैं. उन्होंने ये भी कहा कि वे नीतीश कुमार को उनके फैसले में समर्थन देना जारी रखेंगे. सूत्रों के मुताबिक जदयू के कई विधायकों ने आज की बैठक में नीतीश कुमार से कहा कि बीजेपी के साथ गठबंधन ने उन्हें 2020 से कमजोर कर दिया है.
महागठबंधन करेगा नीतीश कुमार का समर्थन
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन की एक बैठक हुई, जिसमें भाकपा-माले और कांग्रेस के नेता शामिल थे. बैठक के बाद राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों, एमएलसी और राज्यसभा सांसद ने पार्टी नेता तेजस्वी यादव को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया और उनके समर्थन का दावा किया. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और वाम दलों के विधायकों ने भी यादव को अपना समर्थन दिया है. राजद के नेतृत्व वाले विपक्ष ने कहा है कि वह जेडीयू और नीतीश कुमार का समर्थन करेगा.