कानपुर में अपराधी करते खाकी का सम्मान…तो अपराधियों को मिलती पुलिस की शरण…देखें तस्वीरें
कानपुर जो अक्सर चर्चा में रहता है...वजह कई होती हैं, लेकिन एक वजह जो ज्यादातर सामने आती है वो है कानपुर की खाकी...जी हां जो एक बार फिर चर्चा-ए-आम है...और वो इसलिए क्योंकि यहां की पुलिस अपराधियों को संरक्षण देती है..

कानपुर जो अक्सर चर्चा में रहता है…वजह कई होती हैं, लेकिन एक वजह जो ज्यादातर सामने आती है वो है कानपुर की खाकी…जी हां जो एक बार फिर चर्चा-ए-आम है…और वो इसलिए क्योंकि यहां की पुलिस अपराधियों को संरक्षण देती है…इतना ही नहीं अपराधियों को अपराध की नई-नई इबारत लिखने की आजादी देती है…अब आप सोच रहे होंगे के आखिर ऐसा क्या कर दिया इस बार कानपुर पुलिस ने जो इतना हाय हल्ला मचा पड़ा है…तो जान लीजिए कानपुर की इस वक्त की सबसे बड़ी खबर…
यहां अपराधी से सम्मान पाकर खाकी फूली नहीं समाती है…ऐसा हम नहीं कह रहे हैं…ये तो तस्वीरें खुद-बा-खुद बयां कर रही हैं…जो आप इस वक्त अपनी टीवी स्क्रीन पर देख रहे हैं…पुलिस द्वारा लिखे गए मुकदमों की लिस्ट भी बोल रही है…दरअसल पूरा मामला कानपुर दक्षिण का है…जहां यादव मार्केट चौकी इंचार्ज गीता सिंह, दारोगा भूप सिंह को संदीप पाल जिसकी आपराधिक हिस्ट्री की जानकारी होने के बावजूद पुलिस और अपराधी की यारी देखने को मिल रही है…पुलिस द्वारा ही लिखे गए कई मुकदमों से बना अपराधी संदीप पाल पुलिस का सम्मान करता है…ये सब आप तस्वीरों में देख सकते हैं…क्योंकि सच को प्रमाण की जरूरत नहीं होती लेकिन हम आपको प्रमाण भी दिखा रहे हैं…अब यहां सवाल ये उठता है कि क्या कानपुर पुलिस की सरकारी सैलरी ना-काफी है…जो एस तरह के हिस्ट्री धाकर अपराधियों से चंद पैसों के लालच में सांठ-गांठ कर लेती है…जबकि पुलिस को देखकर अपराधियों को कोसों दूर रहना चाहिए…लेकिन उन्ही अपराधियों से यादव मार्केट पुलिस अपना सम्मान करवाती है…बता दें कि बर्रा स्थित यादव मार्केट चौकी क्षेत्र में लाखों का जुआ चल रहा था…दूर-दूर से जुआ खेलने व्यापारी आते थे…जिस पर ACP गोविंद नगर ने फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर छापेमारी की और मामले का खुलासा किया…जिसमें कहीं ना कहीं यादव मार्केट चौकी इंचार्ज गीता सिंह की संलिप्तता भी सामने आई…क्योंकि ये जुआ का खेल संचालित करने वाला कोई और नहीं बल्कि अपराधी संदीप पाल ही था…बता दें कि ये पूरा मामला अभी हाल ही का है…तो वहीं सब इंस्पेक्टर गीता सिंह और सब इंस्पेक्टर भूप सिंह को एक अपराधी द्वारा सम्मानित करते हुए सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हुआ…जिस पर मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उपायुक्त दक्षिण द्वारा दोनों उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है और पूरे मामले की जांच अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिण को सौंपी गई है…