
फ़तेहपुर :अधिशासी अधिकारी पर धांधली के गम्भीर आरोप उत्तर प्रदेश फ़तेहपुर जिले की बहुआ नगर पंचायत अध्यक्ष व ईओ के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग खत्म होने की बजाय और भी बढ़ती चली जा रही है। पंचायत अध्यक्ष राजेश सिंह गौतम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि नगर पंचायत के अधिषासी अधिकारी राजकुमार की भृष्ट कार्यनीतियों की वजह से कस्बे का विकास नहीं हो पा रहा है। अधिशाषी अधिकारी द्वारा बगैर नगर पंचायत अध्यक्ष की अनुमति लिये अपने चहेते ठेकेदार को गलत ढंग से अपात्र होने के बावजूद भी लाखों का ठेका दे दिया। अधिषासी अधिकारी की मनमानी यहीं पर खत्म नहीं होती इसके पूर्व भी अधिशाषी अधिकारी ने अपनी चहेती फर्म एस०के० द्विवेदी फर्म के ठेकेदार को लाखों रूपये का ठेका गलत ढंग से नियमों के विरुद्ध कर दिया। यही नहीं बल्कि अधिशाषी अधिकारी ने आउट सोर्सिंग पर रखे गये कई कर्मचारियों का एनजीओ से मिलने वाला वेतन भी स्वयं डकार लिया है। नगर पंचायत योजना के अंतर्गत कराये गये विकास कार्यों के लिये प्राप्त धनराशि का उपभोग प्रमाण पत्र अब तक जमा नहीं कराया है। जबकि 70% प्रतिशत विकास कार्य पूरा हो चुका है। उपभोग प्रमाण पत्र जमा ना होने के कारण अग्रिम किस्तें नहीं प्राप्त हो पा रही हैं। जिससे नगर पंचायत के विकास कार्य ठप पड़े हैं। अधूरे पड़े विकास कार्यों से ना सिर्फ नगर पंचायत की छवि लोगों की नज़रों में धूमिल हो रही है बल्कि ठेकेदारों के भुगतान रुकने से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। नगर पंचायत अध्यक्ष ने ईओ पर मनमानी करते हुए बोर्ड की बैठकें ना आयोजित करने का भी संगीन आरोप लगाया। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी को सरकार विरोधी बताते हुए जान बूझकर उनकी और प्रदेश सरकार की छवि खराब कर रहा है। शासन से शिकायत के बाद जांच उप जिला अधिकारी सदर प्रमोद झा ने।की थी जिसमे इनको दोषी भी पाया गया है। उसके बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई,और न ही इनका तबादला हुआ ऐसे भ्रष्ट अधिकारी पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो अन्यथा सरकार की छवि धूमिल हो रही है।



