कानपुर की वायु प्रदूषण स्थिति और सर्दियों में सावधानियां विशेष रूप से हृदय रोगियों के लिए
कानपुर धनवंतरी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, नौबस्ता ने बढ़ते वायु प्रदूषण और सर्दियों के प्रतिकूल प्रभावों पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विकास गोयल (एमबीबीएस, एमडी मेडिसिन) ने की।

कानपुर; धनवंतरी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, नौबस्ता ने बढ़ते वायु प्रदूषण और सर्दियों के प्रतिकूल प्रभावों पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विकास गोयल (एमबीबीएस, एमडी मेडिसिन) ने की। इस संगोष्ठी में डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और कानपुरवासियों ने हिस्सा लिया।
डॉ. गोयल ने कहा, “सर्दियों में वायु गुणवत्ता और अधिक खराब हो जाती है, जिससे श्वसन और हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। विशेष रूप से हृदय रोगियों और बुजुर्गों को इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए
कानपुर, भारत के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक, सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर का सामना करता है। धुंध और ठंड के मौसम में हवा में निलंबित सूक्ष्म कण (PM2.5 और PM10) और जहरीली गैसें स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है
वायु प्रदूषण से एलर्जी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और हृदय संबंधित समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोग और छोटे बच्चे भी इस मौसम में अधिक प्रभावित होते हैं। सर्दियों में हृदय रोगियों के लिए गर्म कपड़े पहनें ठंड के संपर्क में आने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. जिससे हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। ध्यान से व्यायाम करें सुबह के समय ठंड और वायु प्रदूषण के कारण बाहर व्यायाम करने से बचें। घर के अंदर हल्का व्यायाम करें।
दवाइयों का नियमित सेवन व हृदय रोगियों को अपनी दवाइयां नियमित रूप से लेनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी बदलाव नहीं करना चाहिए। ताजे फल, सब्जियां और कम वसा वाला आहार हैं। तेलीय और अत्यधिक नमकीन भोजन से बचें। धूम्रपान से परहेज करें: यह फेफड़ों और हृदय को अतिरिक्त नुकसान पहुंचा सकता है
मास्क का उपयोग करें घर से बाहर निकलते समय N95 मास्क पहनें। पानी का सेवन बढ़ाएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखें। प्यूरीफायर का उपयोग करें: घर और कार्यस्थल पर वायु गुणवता में सुधार के लिए प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। सुबह और देर शाम के समय, जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है. बाहर जाने से बचें। घर को साफ रखें: श्री को कम करने के लिए नियमित सफाई करें।