नसबंदी ऑपरेशन फेल हुई तो महिला बच्चे के साथ पहुंची कलेक्टर के पास, मांगने लगी मुआवजा
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के शेरगुडा गांव में रहने वाली एक महिला ने नसबंदी फेल होने पर कलेक्टर से मुआवजा मांगा है... महिला अपनी नसबंदी फेल होने के बाद मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गई और जनसुनवाई में आवेदन देकर कलेक्टर से मुआवजे की मांग की...

बच्चे दो ही अच्छे. परिवार नियोजन की सरकारी मुहिम का ये नारा तो ठीक है, लेकिन जब नसबंदी के बाद भी बच्चा पैदा होने लगे तो जनसंख्या पर लगाम लगाने की मुहिम को कामयाबी कैसे मिलेगी ऐसा ही मामला सामने आया है जी हां मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के शेरगुडा गांव में रहने वाली एक महिला ने नसबंदी फेल होने पर कलेक्टर से मुआवजा मांगा है… महिला अपनी नसबंदी फेल होने के बाद मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गई और जनसुनवाई में आवेदन देकर कलेक्टर से मुआवजे की मांग की… सरकारी नियमों के मुताबिक नसबंदी के बाद बच्चा पैदा होने पर 30 हजार रुपये के मुआवजा मिलता है, बशर्ते तय समयसीमा के अंदर इसकी सूचना दी जाए… महिला का कहना है कि नसबंदी का ऑपरेशन कराने के एक साल बाद उसे चौथा बच्चा पैदा हो गया… अब उसे मुआवजा दिया जाए क्योंकि वह अपना चौथा बच्चा पालने में असमर्थ है… दूसरी ओर, जिला अस्पताल में पदस्थ परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ रोहित भदकारिया ने बताया कि नसबंदी ऑपरेशन फेल होने की स्थिति में शासन द्वारा मुआवजे का प्रावधान है… योजना के तहत 30 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है, लेकिन इसके लिए नसबंदी फेल होने की सूचना 90 दिन के अंदर स्वास्थ्य विभाग को दी जानी चाहिए… शिवपुरी के कलेक्टर कार्यालय पर जनसुनवाई में आई महिला गुड्डी जाटव ने बताया कि उसके तीन बच्चे पहले से थे… इनकी परवरिश ठीक तरीके से हो, इसलिए गुड्डी ने 2021 में ही परिवार नियोजन यानी फैमिली प्लानिंग योजना के तहत शिवपुरी जिला अस्पताल में ऑपरेशन कराया था… लेकिन ऑपरेशन के एक साल बाद ही वह फिर से मां बन गईं… अब गुड्डी की इच्छा है कि उसे सरकार से मुआवजा मिले, ताकि वह अपने चौथे बच्चे की ठीक से परवरिश कर सके… गुड्डी जाटव ने बताया कि नसबंदी फेल होने की जानकारी उसने स्वास्थ्य विभाग को दी और नियम अनुसार मुआवजे की मांग की, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया… कई दिनों से सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रही है… इसके बाद मंगलवार को उसने जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से मुआवजे की गुहार लगाई है… कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में बैठे अधिकारियों ने उसका आवेदन सीएमएचओ को भेज दिया है…